मेडिकल कॉलेज को एक दिन में मिली दान में दो देह

श्याम शाह मेडिकल कॉलेज को एक दिन में दो देह दान में मिली। एक पुत्र ने अपने पिता की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए मृत्यु उपरांत देह दान किया। वहीं एक पति ने पत्नी की मौत के बाद शरीर दान किया। इन मृत देह से मेडिकल कॉलेज के छात्र अब पढ़ाई कर सकेंगे।

पुत्र ने पिता की और पति ने पत्नी की मृत्यु के बाद देह दान की
रीवा। देहदान को लेकर अब लोगों की सोच बदल रही है। लोग देहदान के लिए आगे आ रहे हैं। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज को बुधवार को दो परिवार ने अपने परिजनों की अंतिम इच्छा पूरी करते हुए मृत्यु उपरांत देह दान की। प्रकाश चद्र आहुजा ने पत्नी श्रीमती आहुजा की मौत के बाद उनका पार्थिव शरीर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को दान कर दी। इस दौरान पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत के अध्यक्ष दादा प्रहलाद सिंह, शंकर शाहनी, पूज्य संत सखी बाबा आसुदा राम सेवा समिति के अध्यक्ष रमेश तलरेजा, सचिव सुरेश मिहानी मौजूद रहे। अब श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के छात्र इन मृत देह से पढ़ाई कर सकेंगे।
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जानकी प्रसाद वर्मा निवासी हाल मुकाम नेहरू नगर की मृत्यु के बाद उनका भी देहदान किया गया। उनके पुत्र सुरेन्द्र सिंह पिता की मौत के बाद उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार देहदान करने मेडिकल कॉलेज पहुंचे। जानकी प्रसाद वर्मा पेशे से शिक्षक थे। उन्होंने वर्ष 2021 में देहदान का संकल्प लिया था। उनकी अंतिम इच्छा थी कि उनकी मृत्यु के बाद उनका देह मेडिकल कॉलेज को दान कर दिया जाए। 91 वर्ष की उम्र में जानकी प्रसाद वर्मा की मौत हेा गई। मृत्यु के बाद बेटे ने उनकी इच्छा के अनुसार उनका शव लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। डीन और एनाटॉमी विभाग के डॉक्टरों की मौजूदगी में पिता का देह दान किया गया।