मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी और नर्सों ने की डिप्टी सीएम से मुलाकात, कहीं भी स्थानांतरण की मांग
चिकित्सा महाविद्यालय रीवा के तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने रविवार को डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला से मुलाकात की। उन्हें ज्ञापन सौंप कर चिकित्सा महाविद्यालयों में स्थानांतरण नीति लागू करने की मांग की। डिप्टी सीएम ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया है और प्रस्ताव बनाकर डीएमई को भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
डिप्टी सीएम को गैर शैक्षणिक और नर्सिंग स्टाफ ने सौंपा ज्ञापन
रीवा। श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय के कर्मचारियों का कहना है कि व्यापंम में चयन के बाद कई राज्यों के विभिन्न जिला से आकर कर्मचारी रीवा महाविद्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। महाविद्यालय के साथ ही परिवार के सदस्यों की भी उन पर जिम्मेदारी है। गृह जिले से दूर पदस्थ हैं। ऐसे में परिवार की जिम्मेदारियेां का निर्वहन कर पाने में असमर्थ हैं। कर्मचारियों का कहना है कि चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग का विलय होने के बाद नवीन विभाग लोक सवास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग का सृजन हुआ है। स्वास्थ्य विभाग में पहले से ही स्थानांतरण नियम लागू है, लेकिन चिकित्सा शिक्षा विभाग में अन्य विभागों के समान सामान्य स्थानांतरण प्रक्रिया नहीं लागू की गई है। कर्मचारियों ने डिप्टी सीएम से मांग की है कि गैर शैक्षणिक, नर्सिंग संवर्ग के कर्मचारियेंा की भावनाओं और पारिवारिक जिम्मेदारियों को देखते हुए स्नांतरण नीति लागू की जाए। डिप्टी सीएम को मांग पत्र भी सौंपा। डिप्टी सीएम ने कर्मचारियेां को आश्वासन दिया है। मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी डिप्टी सीएम से मिलने शनिवार की शाम को उनके निवास पर पहुंचे थे। मुलाकात नहीं हुई। इसके बाद सुबह फिर निवास पहुंचे। सभी को सुपर स्पेशलिटी में ही एकत्र होने के लिए कहा गया। डिप्टी सीएम ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पहुंचकर कर्मचारियों, अधिकारियेां के साथ बैठक की। बैठक में कर्मचारियों की बातें सुनी गई। स्थानांतरण नीति लागू करने के संबंध मे डीएमई से चर्चा की। साथ ही स्थानांतरण नीति लागू करने के लिए उपमुख्यमंत्री द्वारा डीएमई को प्रस्ताव बनाकर भेजने के लिए कहा गया। डिप्टी सीएम ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया है। ज्ञापन सौंपने वालों में सोनू मित्तल, विनोद यादव, राहुल सूर्यवंशी, रामकेश पटेल, मुकेश कुमार परसाई, शिवम कुम्हार, शिवम कुम्हार, कपिल मंडलोई, हिरदेश सिंह, अंशुल चतुर्वेदी, गौरव, धर्मेन्द्र गौतम, विजय शर्मा, राकेश रघुवंशी, यशवंत कोरी, जयवीर सिंह धाकड़, रश्मि त्रिपाठी, ज्योत्सना पाण्डेय, अर्चना वर्मा, धीरेन्द्र सिंह सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।