धरने पर बैठे मीटर रीडरो की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा लेकिन मांगे नहीं मान रहा विभाग
बिजली विभाग के मीटर रीडरों का धरना चौथे दिन भी जारी रहा। आमरण अनशन पर बैठे दो कर्मचारियों की अचानक तबीयत बिगड़ गई। इन दोनों प्रदर्शनकारियों को एम्बुलेंस की मदद से संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

नौकरी से बाहर किए गए मीटर रीडर चार दिनों से मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर दे रहे धरना
विंध्य आउटसोर्स कर्मचारी संगठन ने भी दिया आमरण अनशन का समर्थन
रीवा। ज्ञात हो कि उपभोक्ताओं के घरों की रीडिंग लेने के लिए आउटसोर्स पर मीटर रीडरों की नियुक्ति की गई है। इनमें से रीवा और मऊगंज जिला में काम करने वाले करीब 56 मीटर रीडरों को ब्लैक लिस्टेड कर नौकरी से बाहर कर दिया गया था। 8 महीने से बाहर किए गए मीटर रीडर अधिकारियों से वापस रखे जाने की गुहार लगा रहे थे। इनकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही थी। यही वजह है कि सभी मीटर रीडरों ने चेतावनी देने के बाद 10 फरवरी से मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। बाहर किए गए मीटर रीडर आमरण अनशन पर बैठ गए। गुरुवार को आमरण अनशन पर बैठे दो प्रदर्शनकारियों की अचानक तबीयत बिगड़ गई। इन प्रदर्शनकारियों को आनन फानन में एम्बुलेंस की मदद से संजय गाध्ंाी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में इलाज जारी है। हालांकि इसके बाद भी मीटर रीडरों ने प्रदर्शन खत्म नहीं किया है। धरने पर डटे हुए हैं।
लिखित में मांग रहे हैं आश्वासन
धरना पर बैठे प्रदर्शनकारियों को विद्युत विभाग के अधिकारियों ने मनाने की कोशिश की। हालांकि प्रदर्शनकारी अधिकारियों से लिखित में आश्वासन मांग रहे थे। अधिकारियों ने लिखित रूप से कुछ भी नहीं दिया। यही वजह है कि प्रदर्शनकारी भी मानने को तैयार नहीं है। प्रदर्शनकारी आरपार की लड़ाई लडऩे को तैयार हैं।
समर्थन में आया विंध्य आउटसोर्स
नौकरी से बाहर किए गए 56 मीटर रीडरों के समर्थन में विंध्य आउटसोर्स कर्मचारी संगठन भी आया है। संगठन ने समर्थन देने के साथ ही प्रदर्शन में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अधिकारियों से संपर्क भी किया गया। प्रदर्शन कर रहे मीटर रीडरों को वापस काम पर रखने की मांग की गई लेकिन अधिकारियों से कोई आश्वासन नहीं मिला।
गेट के बाहर खदेड़ दिए गए हैं
धरना प्रदर्शन की चेतावनी ब्लैक लिस्टेड किए गए मीटर रीडरों ने पहले ही पुलिस, प्रशासन और विद्युत विभाग के अधिकारियों को दे दी थी। ज्ञापन भी सौंपा था। इसके बाद जब धरना प्रदर्शन करने कार्यालय में डेरा डाला तो पुलिस की मदद से उन्हें बाहर खदेड़ दिया गया। इसके बाद भी मीटर रीडरों ने प्रदर्शन खत्म नहंी किया है। गेट के बाहर ही पिछले चार दिनों से डटे हुए हैं।