मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर आमरण अनशन कर रहे थे मीटर रीडर, पुलिस बुलाकर बाहर खदेड़ा गया

नौकरी से बाहर किए गए5 मीटर रीडर तीन दिन से मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठे हैं। अधिकारियों ने उनकी सुध नहीं ली। पुलिस को भेज कर उन्हें परिसर से खदेड़ दिया गया। फिर भी उनका अनशन नहीं टूटा। परिसर से बाहर किए जाने पर फिर से मीटर रीडर धरने पर बैठ गए हैं। लगातार खुले आसमान के नीचे आमरण अनशन किए जाने से मीटर रीडरों की तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही है।

मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर आमरण अनशन कर रहे थे मीटर रीडर, पुलिस बुलाकर बाहर खदेड़ा गया

50 से अधिक मीटर रीडरों को ब्लैक लिस्टेड करने के बाद कर दिया गया था नौकरी से बाहर
विभाग की गलती की मिली थी सजा, वापस नौकरी पर रखने कर रहे तीन दिन से अनशन
रीवा। ज्ञात हो कि विद्युत विभाग में मीटर रीडिंग का काम आउटसोर्स कंपनी को दिया गया है। आउटसोर्स कंपनियां बेरोजगारों को मीटर रीडिंग के काम पर रखी हुई हैं। मीटर रीडिंग आनलाइन एप से लेकर फीडिंग करना होता है। विभाग ने कागजों में मीटर लगाया लेकिन मौके पर अधिकांश जगहों पर मीटर ही नहीं लगे हैं। इसी लापरवाही का खामियाजा 50 से अधिक मीटर रीडरों को उठाना पड़ा। जबलपुर से मीटर की रीडिंग दर्ज नहीं किए जाने पर 50 से अधिक मीटर रीडरों को ब्लैक लिस्टेड करने के पहले विभागीय अधिकारियों से जांच प्रतिवेदन मांगा गया। स्थानीय अधिकारियों ने मीटर रीडरों का पक्ष नहीं सुना और जांच प्रतिवेदन भेज दिया गया। इसके बाद सभी मीटर रीडरों को नौकरी से बाहर कर दिया गया। बाहर किए गए मीटर रीडरों की जगह दूसरे युवकों को नौकरी दे दी गई। बाहर किए गए मीटर रीडर अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर ही लगाते रह गए। अपनी सफाई देने में लगे रहे लेकिन कहीं पर भी उनकी सुनवाई नहीं हुई। जेई, एई पर तो एई डीई पर और डीई एसई और एसई सीई पर पल्ला झाड़ते रह गए। किसी ने मीटर रीडरों का साथ नहीं दिया। 8 महीने गुजर गए। इससे नाराज मीटर रीडरों ने आमरण अनशन करने का फैसला लिया। इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों से लेकर पुलिस थाना और प्रशासन को दी गई। 10 फरवरी से आमरण अनशन की चेतावनी दी गई। चेतावनी के अनुसार मीटर रीडर विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। दो दिनों तक उनकी किसी अधिकारी ने सुनवाई नहीं की। मिलने भी नहीं पहुंचे। तीसरे दिन यानि बुधवार को मुख्य अभियंता ने अनशनकारियों को हटाने के लिए पुलिस भेज दी। पुलिस ने सभी मीटर रीडरों को बाहर खदेड़ दिया। मीटर रीडर पुलिस को अनुमति और सूचना का पत्र दिखाते रहे लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। सभी को बाहर कर दिया गया। हालांकि इसके बाद भी उनका अनशन खत्म नहीं करा पाए। लगातार बाहर किए गए मीटर रीडरों का अनशन जारी है। विंध्य आउटसोर्स कर्मचारी संगठन ने भी बाहर किए गए मीटर रीडरों को समर्थन दिया है।