मिशन मयंक: एनडीआरएफ टीम सुरंग से अंदर घुसी लेकिन लोकेट नहीं कर पाई प्वाइंट, फिर प्रयास शुरू

मनिका गांव में मयंक को बचाने के मिशन में पानी रुकावट बन रहा है। 50 फीट की खुदाई के बाद मिशन रुक रुक कर आगे बढ़ा। पहले पानी निकाला गया फिर गड्ढा खोदा गया। 50 फीट तक खोदाई के बाद 45 फीट में बोर तक सुरंग बनाई गई। एनडीआरएफ की टीम बोर तक पहुंची लेकिन उम्मीदों को झटका लग गया। मयंक हाथ नहीं आया। अब पांच फीट ऊपर सुरंग बनाई जा रही है। आधे घंटे मिशन रुका रहा फिर अभियान शुरू कर दिया गया है। मौके पर डिप्टी सीएम भी पहुंचे। लोक सभा प्रत्याशी नीलम मिश्रा भी पहुंची थी।

मिशन मयंक: एनडीआरएफ टीम सुरंग से अंदर घुसी लेकिन लोकेट नहीं कर पाई प्वाइंट, फिर प्रयास शुरू

38 फीट पर फंसे होने का है अनुमान
7 बजे से फिर शुरू हुआ अभियान, 35 घंटे हो गए
रीवा। जनेह थाना अंतर्गत मनिका गांव में एनडीआरएफ की टीम और प्रशासन लगा हुआ है। 50 फीट तक गड्ढा खोद लिया गया है लेकिन मयंक तक पहुंचने में अभी सफलता नहीं मिली है। सूत्रों की मानें तो शनिवार ko 40 फीट में ही पानी आ गया था। इससे गहराई तक खोदाई नहीं बढ़ पा रही थी। पानी मिशन में बाधक बन रहा था। बार बार पानी निकाला गया। पानी निकालने के बाद खोदाई आगे बढ़ी। करीब 50 फीट तक गड्ढा खोदा गया। इसके बाद 45 फीट में सुरंग बनाकर बोर तक पहुंचा गया। हालांकि एनडीआरएफ की टीम को सफलता नहीं मिली। मयंक बोर में नहीं मिला। सारी मेहनत पानी में चली गई।   कैमरे से मयंक की तलाश की गई लेकिन मयंक कहीं भी नजर नहीं आया। मयंक के नहीं मिलने के बाद एनडीआरएस ने रेस्क्यू थोड़ी देर के लिए रोक दिया। रात करीब 7 बजे दोबारा रेस्क्यू शुरू कर दिय गया है। मयंक को बोर में गिरे रात करीब 2 बजे 35 घंटे हो चुके हैं लेकिन उसे निकाला नहीं जा सका है। अब सुरंग के अंदर सुरंग बनाकर 38 फीट की लोकेशन में पहुंचने का प्रयास जारी देर रात तक जारी रहा।
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मौके पर डिप्टी सीएम, सांसद जनार्दन मिश्रा पहुंचे
मयंक के रेस्क्यू की जानकारी लगने के बाद मौके पर डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल भी पहुंचे। सांसद जनार्दन मिश्रा भी पहुंचे। इसके अलावा त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी पहले से ही मौके पर डटे हुए हैं। कांग्रेस प्रत्याशी नीलम मिश्रा भी मौके पर गई। आधे घंटे तक रुकी। कांग्रेस के विधानसभा प्रत्याशी रमाशंकर मिश्रा वहीं डटे हुए हैं। कलेक्टर प्रतिभा पाल, एसपी विवेक ङ्क्षसह शुक्रवार से मौके हैं। वह मोर्चा सम्हालें हुए हैं। टीम के साथ खड़े हैं। कौशलेश तिवारी, चन्द्रशेखर आजाद फौज के युवा संगठन त्योंथर अध्यख आजाद अनिकेत, संजय तिवारी, आयुष केसवानी, यश सिंह बघेल, आकाश सिंह, प्रतिक चन्द्र गुप्ता आदि मौके पर डटे रहे।
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5 बजे की थी एनडीआरएफ ने इंट्री
एनडीआरएफ की टीम ने बोर तक सुरंग 5 बजे तक बना ली थी। टीम भी पहुंच गई लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा। इसके बाद टीम ने 6 से 7 बजे तक के लिए रेस्क्यू को रोक दिया। दोबारा से कार्ययोजना तैयार की गई और फिर अभियान दोबारा शुरू कर दिया है। अब थोड़ी ऊपर सुरंग बनाकर मयंक की तलाश की जाएगी। जहां बोरी और मिट्टी फंसी हैं। उस लोकेशन पर मयंक को तलाश किया जाएगा।
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6 पोकलेन और 7 जेसीबी मशीनें लगी हैं
मौके पर गड्ढा खोदने के लिए 6 पोकलेन मशीनें लगी हैं। क्रेन भी लगाई गई हैं। इसके अलावा 7 से 8 जेसीबी मशीनें हैं। दर्जनों डम्पर लगाए गए हैं जो मिट्टी को डंम्प करने का काम कर रहे हैं।