मोदी सरकार कमिंग सून, एनडीए के नेता चुने गए नरेन्द्र मोदी
बीजेपी लोकसभा चुनाव 2024 में पूर्ण बहुमत नहीं जुटा पाई। अब एनडीए के साथ सरकार बनाएगी। बुधवार को एनडीए की पहली बैठक पीएम आवास में हुई। इस बैठक में 16 पार्टियों के 21 नेता शामिल हुए। सभी ने नरेन्द्र मोदी को अपना नेता चुना और एनडीए को समर्थन दिया। 7 जून को एनडीए सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है।
दिल्ली में हुई बैठक, 16 पाॢटयों के 21 नेता हुए शामिल
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बाद अब सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इसी सिलसिले में बुधवार को एनडीए की पहली बैठक पीएम आवास में शाम 4 बजे हुई। एक घंटे चली बैठक में मोदी को एनडीए का नेता चुना गया और मिलकर रहने का संकल्प लिया गया। बैठक में 16 पार्टियों के 21 नेता शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक, एनडीए के सांसदों की 7 जून को बैठक होगी। इसके बाद शाम 5 से 7 बजे के बीच सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राष्ट्रपति के पास जाएंगे। राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा को सभी सहयोगी दलों के साथ वन-टू-वन बात करने और नई सरकार के स्वरूप पर चर्चा करने की जिम्मेदारी दी गई है। बता दें कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। ये बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीटें कम हैं। हालांकि एनडीए ने 292 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया। गठबंधन में चंद्रबाबू की टीडीपी 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की जेडीयू 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है। एनडीए की बैठक में नीतीश कुमार और चंद्रबाबू भी शामिल थे। इन्हें मींिटंग में भरपूर सम्मान दिया गया। मोदी को नेता चुनने का प्रस्ताव चंद्रबाबू नायडू ने रखा, जिसका समर्थन नीतीश कुमार और जीतनराम मांझी ने किया।
भाजपा नीतीश और चंद्रबाबू नायडू का भी तोड़ तलाश रही
जानकारों का मानना है कि मोदी को मिली-जुली सरकार चलाने का अनुभव नहीं है। वे सबको साथ लेकर भी नहीं चल पाते। ऐसे में उनकी नजर निर्दलीय सांसदों पर भी है, ताकि नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू पर कम से कम निर्भरता रहे। भाजपा की नजरें सिर्फ इन्हीं दोनों नेताओं के कदमों पर नहीं टिकी हैं, बल्कि उन निर्दलीय सांसदों और पार्टियों पर भी टिकीं हैं, जो न तो एनडीए का हिस्सा हैं और न ही इंडिया गठबंधन का। ऐसे सांसदों का आंकड़ा 17 है। इनमें से कुछ निर्दलीय सांसद भी मोदी सरकार 3.0 का भविष्य तय कर सकते हैं। इन 17 निर्दलीय सांसदों में एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी, बिहार के पूर्णिया से जीतने वाले पप्पू यादव, उत्तर प्रदेश के नगीना से जीतने वाले चंद्रशेखर आजाद, पंजाब के फरीदकोट से जीतने वाले सबरजीत सिंह खालसा, खंडूर साहिब से जीतने वाले अमृतपाल सिंह, शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल, वाईआरसीपी के चार सांसद, झोरम पीपुल्स मूवमेंट का एक सांसद, पीपुल्स पार्टी के एक सांसद, यूपीपीएल के एक सांसद के अलावा 4 अन्य पार्टियों के निर्दलीय सांसद हैं। सूत्रों का कहना है कि इन 17 में से 10 निर्दलीय सांसदों से भाजपा ने संपर्क किया है।
8 जून को शपथ ले सकते हैं मोदी
मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि मोदी आठ जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले सात जून को एनडीए सांसदों की बैठक होगी, जिसके बाद राष्ट्रपति को समर्थन पत्र सौंपा जाएगा और सरकार बनाने का दावा भी किया जाएगा। हालांकि, यह भी कहा गया है कि समर्थन पत्र उससे पहले भी सौंपा जा सकता है। राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण की तैयारियां प्रारंभ होने का भी दावा किया गया है।