डिजिटल अरेस्ट कर महिला शिक्षक से ऐंठे रुपए, फिर दी धमकी तो पीडि़त ने कर ली आत्महत्या

साइबर क्राइम अब जान लेने लगा है। ऐसा पहला मामला सामने आया है। जिसमें साइबर अपराधी ने डिजिटल अरेस्ट कर एक महिला को इस कदर डराया कि उसने एकाउंट का सारा रुपया ही दे दिया। फिर धमकियां बंद नहीं हुईं तो महिला शिक्षक ने आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के बाद डिजिटल अरेस्ट का खुलासा हुआ। इसके बाद भी अपराधी नहीं रुके और लगातार फोन पर फोन करते रहे। पुलिस ने मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी है।

डिजिटल अरेस्ट कर महिला शिक्षक से ऐंठे रुपए, फिर दी धमकी तो पीडि़त ने कर ली आत्महत्या

मऊगंज का मामला, अतिथि शिक्षक थी मृतक
रीवा। डिजिटल अरेस्ट के खिलाफ सरकार का अभियान पूरी तरह से फेल हो रहा है। हालात यह है कि पढ़े-लिखे शिक्षक भी इनका शिकार हो रहे हैं। मऊगंज में अतिथि शिक्षक डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो गई। महिला को धमकाकर फ्राड ने 22 हजार रुपए वसूल लिए लेकिन इसके बाद भी धमकाता रहा। जिससे तंग आकर महिला ने जहर का सेवन कर लिया। घर वालों को पता चलते ही उसे उपचार के लिए ले जाया गया परन्तु काफी देरी हो गई और महिला की मौत हो गई। मामला नवगठित जिला मऊगंज में सामने आया है। हैरानी की बात यह है कि अभी भी फ्राड करने वाले महिला को फोन कर धमकी दे रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक मऊगंज की रहने वाली रेशमा पांडेय पेशे से अतिथि शिक्षक है। बताया गया कि रविवार को उनके मोबाइल फोन पर एक वीडियो कॉल आया, जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस और आर्मी का अधिकारी बताते हुए महिला के आधार कार्ड के माध्यम से उस पर एफआईआर दर्ज होने की बात करते हुए गिरफ्तार करने की धमकी दी, फिर महिला से 50 हजार की मांग की गई। बताया गया की वीडियो कॉल में सभी फ्रॉड हूबहू पुलिस अधिकारी और सेना के अधिकारी की तरह नजर आ रहे थे, जिन्हें देखते ही महिला डर गई और उसने अपने खाते से 22 हजार की रकम ट्रांसफर कर दी। जिसके बाद उसके खाते में पैसे नहीं थे, ऐसे में फ्रॉड लगातार उस पर पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाते रहे, जिससे महिला इस कदर डरी कि उसने मौत को गले लगाने जैसा आत्मघाती कदम उठाते हुए जहर निगल लिया, जिसकी संजय गांधी अस्पताल में मौत हो गई।
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परिजनों ने उपलब्ध कराया वीडियो
महिला के परिजनों ने उसके साथ हुई धोखाधड़ी की घटना से संबंधित वीडियो और फोटो भी उपलब्ध कराया है, जिसमें फ्रॉड करने वालों की तस्वीर साफ  नजर आ रही है और वह पुलिस के साथ-साथ सेना के अधिकारी की ड्रेस में नजर आ रहे हैं। वहीं फ्रॉड द्वारा महिला को रुपए ट्रांसफर करने के लिए उसे स्कैनर भी भेजे गए थे। फिलहाल डिजिटल अरेस्ट जैसी घटना का शिकार होने के बाद महिला ने एक सुसाइड कर लिया लेकिन कॉल आने नहीं रुके।