एक दिन देरी से शुरू हो सकता है विधानसभा का मानसून सत्र

मप्र की 15वीं विधानसभा का मानसून और अंतिम सत्र निर्धारित तारीख 10 जुलाई के स्थान पर 11 जुलाई से शुरू हो सकता है। इस संबंध में सरकार और विधानसभा सचिवालय के बीच विचार-विमर्श किया जा रहा है। यदि ऐसा होता है, तो भी सत्र की अवधि पांच दिन की ही रहेगी। फिर सत्र का समापन 14 जुलाई की जगह 15 जुलाई को करने की तैयारी है।

एक दिन देरी से शुरू हो सकता है विधानसभा का मानसून सत्र

भोपाल। सूत्रों का कहना है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान 10 जुलाई को लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत करीब सवा करोड़ महिलाओं के खाते में एक-एक हजार रुपए की दूसरी किश्त ट्रांसफर करेंगे। सरकार इस कार्यक्रम को भव्य स्तर पर आयोजित करने की तैयारी कर रही है। मुख्य कार्यक्रम के साथ ही सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें मंत्री, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। संभवत: इसलिए मानसून सत्र एक दिन देर से शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि अधिकारी और मंत्री इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

घेरने की रणनीति बना रहा विपक्ष
मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह का कहना है कि संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सत्र का शुभारंभ 10 जुलाई की बजाय 11 जुलाई से करने का आग्रह किया था। मैंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करके इस पर सहमति दे दी है। हालांकि सत्र की अवधि में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह पांच दिन का ही रहेगा।   जानकारी के मुताबिक सत्र में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए प्रथम अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। अनुपूरक बजट करीब 20 हजार करोड़ रुपए का होगा। सत्र में एक दर्जन विधेयक पेश होंगे। मानसून सत्र 15वीं विधानसभा का आखिरी सत्र होगा, इसलिए इसके हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्ष महाकाल लोक में आंधी में मूर्तियां गिरने, सतपुड़ा भवन में आग, भ्रष्टाचार आदि के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति बना रहा है।