राजनीति की भेंट चढ़ा विस अध्यक्ष का प्रोटोकाल, स्टेडियम लोकार्पण आमंत्रण पत्र से कई के नाम गायब

रीवा। वर्तमान राजनीति में शुचिता नही रह गई है। आज राजनीतिक दुश्मनी का दायरा इस कदर बढ़ने लगा है कि दूसरी पार्टी तो दूर, बड़के नेता अपनी पार्टी के ही नेताओं की इज्जत उतारने में लगे हैं। यह बात अब संस्कारित भाजपा पार्टी में भी लागू होती है।

राजनीति की भेंट चढ़ा विस अध्यक्ष का प्रोटोकाल, स्टेडियम लोकार्पण आमंत्रण पत्र से कई के नाम गायब
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रीवा। ताजा मामला शहर के नवनिर्मित स्टेडियम के लोकार्पण से जुड़ा है। इस नवीन स्टेडियम का लोकार्पण कार्यक्रम 23 जुलाई को आयोजित होना है। कार्यक्रम के लिए खेल एवं युवक कल्याण विभाग के माध्यम से जिला प्रशासन ने आमंत्रण पत्र छपवाए हैं, जिसमे मप्र विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम का नाम ही नही है। अध्यक्ष के प्रोटोकाल के दृष्टिकोण से इस विषय को घोर आपत्तिजनक माना जा रहा है, जिसे लेकर सियासी गलियारों में फिर कई तरह की चर्चाएं होने लगी हैं। पत्र में सभी विधायकों के नाम छपे हैं। पार्षद से लेकर जिला पंचायत उपाध्यक्ष तक के नाम का उल्लेख है। सत्ता दल से केवल विस अध्यक्ष के नाम को ही पत्र में तवज्जो नहीं दी गई। 

गौरतलब है कि बीते तीन वर्षो से जिले के दो बड़े भाजपा नेताओ में शीत युद्ध चल रहा है, जिसके चलते इस तरह के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। चुनावी साल में यह द्वन्द अब और बढ़ता जा रहा है। स्तिथि यह है कि भाजपा संगठन की समझाइस भी यहाँ काम नहीं आ रही है। 

महापौर और राज्यसभा सांसद का नाम भी नहीं 

ऐसे ही कांग्रेस पार्टी के महापौर अजय मिश्रा बाबा और राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल का नाम भी आमंत्रण पत्र में नहीं है, जिसे राजनीतिक पवित्रता के हिसाब से ठीक नही माना जा रहा है।