निरीक्षण कर वापस लौटी नैक टीम, तैयारियों में टीआरएस पास या फेल चंद दिनों बाद खुलेगा राज
टीआरएस कॉलेज का दो दिनों तक नैक टीम ने मूल्यांकन किया। कॉलेज की व्यवस्थाओं की बारीकी से जांच की। कोना कोना देखा। पठन पाठन से लेकर सुविधाओं तक का जायजा लिया। स्टाफ और शैक्षणिक गुणवत्ता की भी जांच की। दो दिन निरीक्षण के बाद टीम को जो मिला उसकी रिपोर्ट तैयार की और जानकारी बोर्ड को भेज दी है। अब चंद दिनों बाद टीआरएस के तैयारियों की पोल खुलेगी। कॉलेज मूल्यांकन में कितनी खरी उतरी यह पता चलेगा। फिलहाल तो टीम के जाने के बाद कॉलेज प्रबंधन ने राहत की सांस ली है।
तीन सदस्यीय टीम ने दूसरे दिन मंगलवार को भी किया निरीक्षण
बोर्ड को भेजी निरीक्षण की रिपोर्ट
रीवा। शासकीय ठाकुर रणमत ङ्क्षसह महाविद्यालय का नैक मूल्यांकन मंगलवार को पूरा हो गया। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की तीन सदस्यीय टीम ने मंगलवार को भी महाविद्यालय का निरीक्षण किया। टीम में चेयरमैन तेलंगाना के प्रो. बोदा. व्यंकट रत्नम, समन्वयक प्रो. भूपेंद्र सिंह चड्ढा गुरूनानक विश्वविद्यालय अमृतसर एवं सदस्य पश्चिम बंगाल के प्रो सुब्रता चटर्जी शामिल हैं। इस टीम ने मंगलवार को महाविद्यालय की कैंटीन, पुस्तकालय व छात्रावास की व्यवस्था देखी। साथ ही, महाविद्यालय के अन्य नवीन अधोसंरचना विकास के बारे मेें जानकारी ली। दोपहर को लंच के बाद टीम ने निरीक्षण संबंधी रिपोर्ट तैयार की, जिसमें तीन सदस्यों के हस्ताक्षर हुए। इस रिपोर्ट को लेकर प्राचार्य से भी टीम ने चर्चा की और फिर रिपोर्ट को ऑनलाइन नैक बोर्ड को प्रेषित कर दिया गया। अब मूल्यांकन रिपोर्ट के आधार पर अगले 20 दिन के भीतर नैक बोर्ड द्वारा महाविद्यालय को ग्रेड प्रदान किया जा सकता है।
गौरतलब है कि नैक बोर्ड देशभर के उच्च शिक्षा संस्थानों का मूल्यांकन उपरांत ग्रेडिंग करता है। इसके लिए पात्र महाविद्यालयों को नैक बोर्ड के समक्ष आवेदन करना पड़ता है, जिस पर विचार करने के बाद नैक बोर्ड मूल्यांकन निरीक्षण के लिए संबंधित संस्थानों को समय देता है। मूल्यांकन उपरांत नैक बोर्ड संस्थाओं को ग्रेडिंग भी प्रदान करता है, जिसके आधार पर संबंधित संस्थाओं को शासन से अनुदान प्राप्त करने में सहायता मिलती है। साथ ही, छात्रों को भी परीक्षा गुणवत्ता का लाभ मिलता है। बता दें कि महाविद्यालय का मूल्यांकन करने उक्त तीन सदस्यीय नैक टीम गत 6 जनवरी को पहुँची थी।
वर्ष 2016 में मिले थे 3.35 सीजीपीए अंक
उल्लेखनीय है कि इसके पहले टीआरएस का नैक मूल्यांकन वर्ष 2016 में हुआ था। तब महाविद्यालय को 3.35 सीजीपीए अंक मिले थे। इतना ही नहीं, 3.35 सीजीपीए अंक प्राप्त करने वाला टीआरएस पूरे मप्र का पहला कॉलेज बना। इतने अंक लेकर टीआरएस को ए ग्रेड मिला। इसके कुछ समय बाद से नैक बोर्ड ने ए प्लस, ए प्लस प्लस जैसे ग्रेड देने शुरू कर दिए हैं। नैक बोर्ड द्वारा प्रदत्त ए प्लस ग्रेड के लिए संस्था को 3.26 सीजीपीए अंक प्राप्त करना आवश्यक होता है। इस लिहाज से टीआरएस प्रबंधन इस बार भी नैक मूल्यांकन में ए प्लस ग्रेड के लिए आश्वास्त है।