एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट घेरा, पुलिस ने भांजी लाठी और की पानी की बौछार
शनिवार को एनएसयूआई ने कलेक्टे्रेट घेरा। पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी, बेरोजगारी और नई शिक्षा नीति को लेकर हल्ला बोला। सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता और प्रदेश अध्यक्ष पहुंचे। जमकर बवाल बचाया। इन्हें रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन को पानी की बौछार करनी पड़ी। इसके बाद भी बात नहीं बनी तो बल प्रयोग करना पड़ा। सैकड़ों लोगों की गिरफ्तारी कर जेल भेजा गया।
REWA। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे के नेतृत्व में शनिवार को कलेक्ट्रेट घेराव का घेराव किया गया। सैकड़ों की संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ता दोपहर करीब 2 बजे कलेक्ट्रेट गेट के सामने पहुंचे। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेट्स लगाए थे। इन्हें भी कार्यकर्ताओं ने तोड़ दिया। एनएययूआई कार्यकर्ता बेरोगजारी, नई शिक्षा नीति और कॉलेजों में अव्यवस्था, जिला में एक नया कन्या महाविद्यालय की मांग को लेकर हल्ला बोला। इन्हें रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं कलेक्ट्रेट के अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे। इन्हें रोकने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। पहले पानी की बौछार की गई। इससे भी बात नहीं बनी तो पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां भाजी। इसके बाद ही भीड़ तितर बितर हुई। कई कार्यकर्ताओं को पुलिस पकड़ कर केन्द्रीय जेल ले गई। ओपन जेल बनाया गया था। वहीं पर रखा गया। एनएसयूआई को रोकने के लिए कलेक्ट्रेट के आसपास पुलिस का भारी बल तैनात किया गया था। कई पुलिस की गाडिय़ां लगाई गईं थी। दो वाहनों से एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को पकड़ कर जेल ले जाया गया। प्रदर्शन के दौरान पंकज उपाध्याय सत्यम मिश्रा शक्ति पांडे रवि सिंह अनूप सिंह सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहे
इन मुद्दों पर किया गया घेराव
एनएसयूआई ने जिले में नवीन कन्या महाविद्यालय खोलने , छात्राओं को स्नातक की पढ़ाई करने में हो रही परेशानी, युवाओं को रोजगार भर्ती परीक्षाओं में हुए घोटाले, नई शिक्षा नीति के विरोध में कलेक्ट्रेट का घेराव किया गया।
आधे घंटे चला प्रदर्शन
कलेक्ट्रेट के सामने आधे घंटे तक एनएसयूआई का प्रदर्शन चला। प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। कलेक्ट्रेट गेट के सामने ही डटे रहे। पानी की बौछार के लिए फायर स्टेशन ने प्रशासन ने फायर की गाडिय़ां बुला ली थी। उन्हीं गाडिय़ों से बौछार की गई। कलेक्ट्रेट के सामने का मार्ग आधे घंटे के लिए दोनों तरफ से बंद सा हो गया था।