नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना: जलसंसाधन और विद्युत विभाग के अधिकारियों ने कर दिया करोड़ों का कांड, सीएम तक हुई शिकायत
नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना में एलटी लाइन के कार्यों में बड़ा हेरफेर हुआ है। परियोजना क्रमांक 2 में करोड़ों की चपत शासन को पहुंचाई गई है। करीब 3 करोड़ की शासन को क्षति पहुंचाई गई है। वहीं परियोजना क्रमांक 1 में जनपद पंचायत सदस्य को काम देने के लिए टेंडर की जगह क्रय समिति से काम कराया जा रहा है। क्रय समिति से सीधे तौर पर जपं के एक सदस्य को काम सौंप दिया गया है। एलटी लाइन के कार्य में नियम और शर्तों की अनदेखी का आरोप लगाया गया है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर मुख्य सचिव मप्र शास, मंत्री जल संसाधन विभाग, अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन विभाग, मंत्री ऊर्जा विभाग, सचिव ऊर्जा विभाग से की गई है।
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चहेतों को फायदा पहुंचाने नियमों में किया गया हेरफेर, करोड़ों का नुकसान भी शासन को पहुंचाया गया
चहेतों को काम देने के लिए की गई गड़बड़ी इसलिए क्रय समिति से कराया जा रहा काम
रीवा। ज्ञात हो कि रीवा में करोड़ों रुपए की लागत से नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना का काम किया जा रहा है। यह काम जेपी एसोसिएट्स प्राइवेट लिमिटेड कर रहा है। इन परियोजना में पम्प हाउस भी बनाया जाना है। इसके लिए एलटी लाइन का भी कार्य किया जाना है। इसी एलटी लाइन के कार्य में नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना के अधिकारियों ने बढ़ा गोलमाल किया है। इसकी शिकायत रीवा के ही अभिषेक शुक्ला ने सीएम से लेकर मंत्री और सचिव तक से की है। इस शिकायत के बाद विद्युत विभाग से लेकर जल संसाधन विभाग तक में हड़कंप मचा हुआ है।
नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना पूरी होने के साथ ही विवादों में आ गई है। परियोजना कमांक 1 और 2 के लिए खींची जाने वाली एलटी लाइन की निविदा में बड़ा गोलमाल हुआ। पहले निविदाकार से 3 करोड़ का काम कराया गया। बाद में नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना के कार्यपालन यंत्री ने नया प्राक्कलन तैयार कर काम क्रय समिति को सौंप दिया। पूर्व में निविदाकार ने जो 3 करोड़ का काम किया था। उसे भी नहीं कम किया गया। शासन को इस लापरवाही से करीब 3 करोड़ से अधिक की क्षति हुई है।
नियमों की हुई अनदेखी क्रय समिति से कराया जा रहा काम
नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना क्रमांक 2 में 33 केवी एलटी लाइन का कार्य निविदा पद्धति से न कराते हुए जिला क्रय समिति से कराए जाने की शिकायत की गई है। सूक्ष्म सिंचाई परियोजना में एलटी और एलटी लाइन के कार्य जल संसाधन विभाग के वि.ध्या. अधिकारियों के सुुपरिवजन में कराए जाने के निर्देश प्रमुख अभियंता जल संसाधन विभाग ने प्रसारित किए हैं। नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना क्रमांक 2 में 8 हजार केवीए के विद्युत भार के लिए 33 केवी एलटी लाइन का निर्माण कार्य कार्यपालन यंत्री नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना संभाग रीवा द्वारा उक्त निर्देशों की अवहेलना करते हुए सीधे जिला क्रय समिति रीवा द्वारा कराया गया है।
ठेकेदार ने 2.90 करोड़ का काम किया था उसे छोड़ दिया गया
नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना क्रमांक 1 और 2 का कार्य मेसर्स जय प्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड नोएडा द्वारा कराया जा रहा है। इन दोनों परियोजनाओं के मुख्य पम्प हाउस में विद्युत लाइन खींचे जाने का कार्य निविदिाकार द्वारा ही कराया जाना है। इसमें वास्तविक खर्च का भुगतान प्रतिपूर्ति देयकों के माध्यम से पृथक से निविदाकार को किया जाना है। नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना क्रमांक 1 के लिए विद्युत लाइन खींचे जाने की स्वीकृति मप्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड द्वारा 132 केवी मनगवां स्टेशन से पम्प हाउस तक पूर्व में प्रदान की गई थी। जिसकी लागत 8.30 करोड़ थी। उक्त कार्य में करीब 2.90 करोड़ का कार्य निविदाकार द्वारा करा दिया गया था। इसके बाद कार्य रुक गया। इसी बीच नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना क्रमांक 1 के लिए पास में ही एक अन्य 132 केवी खैरा सब स्टेशन बन जाने के कारण कनेक्शन की कार्यवाही इस शर्त पर की गई कि पूर्व में किए गए कार्य की उपयोगिता नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना क्रमांक 2 के लाइन निर्माण में कर ली जाएगी। इसके बाद नईगढ़ी सूक्ष्म परियोजना क्रमांक 2 में विद्युत कनेक्शन के लिए कार्यपालन यंत्री नईगढ़ी द्वारा मप्र विद्युत मंडल को पूर्व में नईगढ़ी फेज 1 में कराए गए कार्यों को उपयोग में लेने का अनुरोध करते हुए आवेदन किया गया था। मप्र विद्युत वितरण कंपनी ने पूर्व में कराए गए कार्यों को उपयोग में नहीं लिया। उसे छोड़ते हुए 5.85 करोड़ का प्राक्कलन प्रोजेक्ट क्रमांक 845872 के माध्यम से अनुमोदित किया गया। इसके बाद कार्यपालन यंत्री नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना संभाग रीवा ने यह जानते हुए कि उक्त प्राक्कलन में पूर्व में कराए गए कार्यों को घटाया नहीं गया है। सम्पूर्ण प्राक्कलित राशि रुपए 5.85 करोड़ सीधे जिला क्रय समिति जिला रीवा को जिला क्रय समिति के माध्यम से कराए जाने के लिए जमा करा दी गई। जमा की गई राशि को सीधे जमा करने से निविदाकार द्वारा पूर्व में कराए गए करीब 2.90 करोड़ के कार्य को उपयोग में नहीं लिए जाने से उक्त राशि की वित्तीय क्षति हुई। यदि कार्य निविदा के माध्यम से सम्पादित किया गया होता तो सर्वप्रथम प्रतिस्पर्धात्मक दरें प्राप्त होती। साथ ही वास्तविक माप विभाग द्वारा लिए जाने पर वास्तविक खर्च का बोझ ही शासन के खजाने पर पड़ता। सम्पूर्ण राशि बिना किसी प्रतिस्पर्धा के सीधे क्रय समिति को जमा किए जाने के कारण वित्तीय क्षति हुई है। कार्य प्रणाली भी पारदर्शिता से न होने के कारण पीडब्लूडी मैनुअल डीएस सेक्शन-14 टेंडर्स 2-075 ई की अवहेलना भी हुई है।
विशेष लाभ पहुंचाने के लिए क्रय समिति से कराया गया काम
इतना ही नहीं नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना क्रमांक 2 के सब स्टेशन एवं मोटर पम्प के इरेक्शन का कार्य आज दिनांक तक नहीं हुआ है। 33 केवी लाइन के निर्माण कार्य की तत्काल आवश्यकता भी नहीं थी। इससे यह अभिमत भी विलोपित होता है कि निविदा में लगने वाले समय को बचाए जाने के लिए कार्य जिला क्रय समिति के माध्यम से किया गया है। कार्यपालन यंत्री नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना संभाग रीवा द्वारा राशि को सीधे जमा करने से पूर्व में इस कार्यालय उनका संदर्भित पत्र क्रमांक 2 के माध्यम से उक्त कार्य को निविदा के माध्यम से ही कराए जाने का स्पष्ट अभिमत दिया गया था ताकि पूर्व में किए गए सभी कार्यों का समावेश करते हुए स्थल पर वास्तविक आवश्यकता के अनुसार बीओक्यू फाइनल कर के ही कार्य किया जा सके। वित्तीय बचत अधिक से अधिक हो लेकिन अभिमत को दरकिनार कर शासन को क्षति पहुंचाई गई।
जनपद पंचायत के सदस्य को लाभ पहुुंचाने का आरोप
समान प्रकार से नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना क्रमांक 1 के बूस्टर पम्प हाउस ढेरा में 33 केवी विद्युत कनेक्शन प्राप्त किए जाने के लिए जिला क्रय समिति को ही कार्यपालन यंत्री नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना संभाग रीवा द्वारा भुगतान करते हुए 33 केवी लाइन के निर्माण की कार्यवाही की गई है। इस कार्य में नईगढ़ी परियोजना के आवेदित प्राक्कलन क्रमंाक 480794 वर्क आर्डर नंबर 279783 कार्यपालन यंत्री विद्युत मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी मऊगंज के द्वारा तैयार किया गया। इस कार्य को जिला क्रय समिति द्वारा कराया जा रहा है। यह कार्य एक जनपद पंचायत सदस्य के द्वारा किये जाने का आरोप लगाते हुए मामले की जांच की मांग की गई है।