न अच्छा रिजल्ट दे पाए और न व्यस्थाएं बना पाए, लापरवाह 27 अधीक्षकों को नोटिस

आदिम जाति कल्याण विभाग के हास्टलों की पोल खुलने लगी है। कलेक्टर ने अधीक्षकों की मनमानी पर नकेल कसनी शुरू कर दी है। 27 अधीक्षकों को नोटिस थमाया गया है। 10 ऐसे अधीक्षक भी है जो छात्रों का बेहतर रिजल्ट नहीं ला पाए। वहीं 17 को अव्यवस्थाओं पर नोटिस जारी किया गया है।

न अच्छा रिजल्ट दे पाए और न व्यस्थाएं बना पाए, लापरवाह 27 अधीक्षकों को नोटिस
File photo

रीवा। गत दिवस कलेक्टर प्रतिभा पाल ने आदिमजाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावास की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान कई छात्रावासों में गंभीर कमियाँ पाई गईं। कलेक्टर ने कम परीक्षा परिणाम वाले 10 अधीक्षकों तथा छात्रावासों में विद्यार्थियों के प्रवेश में रूचि न दिखाने वाले 27 अधीक्षकों को कारण बताओ नोटिस दिया है। नोटिस का 21 अक्टूबर तक समक्ष में उपस्थित होकर प्रतिवेदन देने के निर्देश दिए गए हैं। नोटिस का संतोषजनक उत्तर प्राप्त न होने पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
इन्हें दिया गया नोटिस
कलेक्टर ने बोर्ड परीक्षाओं में कम परीक्षा परिणाम रहने पर 10 अधीक्षकों को नोटिस दिया है। जारी नोटिस के अनुसार अधीक्षक भैयालाल साहनी, राजमणि कोल, संतोष कुमार सोनी, अरूण कुमार पाण्डेय, कृष्णकांत द्विवेदी, अधीक्षिका सुधा रावत, मुन्नी देवी त्रिपाठी, अरूणा दुबे तथा रीना देवी वर्मा को कलेक्टर ने कम परीक्षा परिणाम होने पर कारण स्पष्ट करने के निर्देश दिए हैं। जबकि कम प्रवेश होने पर अधीक्षक अच्छेलाल कोल, प्रहलाद रावत, संतोष कुमार तिवारी, यदुवंश रावत, महेन्द्र कुमार द्विवेदी, बाबूलाल कोल, महेन्द्र सिंह गहरवार, संदीप श्रीवास्तव, ऋषिकेश पाण्डेय, विष्णु दांगी, रंगनाथ तिवारी, नागेन्द्र मिश्रा, ऋषिकेश मिश्रा, अभिषेक कुमार वर्मा तथा सूर्यपाल पटेल सहित अधीक्षिका नीता रावत, ऋतु मिश्रा, प्रमिला शुक्ला, किरण चौधरी, ऊषा शुक्ला, सविता तिवारी, कलावती साकेत, मैनाबाई, संतोष कुमारी, राजकुमारी साकेत व श्यामकली सिंह को नोटिस जारी कर तीन दिवस में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
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