संजय गांधी अस्पताल में नई व्यवस्था, इस एप से मिलेगी लाइन से मुक्ति, इलाज का सारा डाटा भी आनलाइन फीड हो जाएगा

अब मरीजों को उनकी पुरानी डायग्नोसिस एक क्लिक में मिलेगी। रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भी आभा एप की शुरुआत हो गई है। सिर्फ इसमें रजिस्ट्रेशन करते ही सारा डाटा आनलाइन फीड हो जाएगा। संजय गांधी में अब इलाज कराने जाने पर आभा एप से बार कोड स्केन करने पर ही पर्ची कट जाएगी। इलाज का सारा डाटा इसी आभा एप पर फीड होता जाएगा। मंगलवार को ओपीडी में आभा एप के लिए चार काउंटर अलग से शुरू किए जाएंगे।

संजय गांधी अस्पताल में नई व्यवस्था, इस एप से मिलेगी लाइन से मुक्ति, इलाज का सारा डाटा भी आनलाइन फीड हो जाएगा

आभा एप की हुई शुरुआत, रजिस्ट्रेशन कराते ही तैयार हो जाएगी आईडी
इसी आईडी से होंगे सारे काम, इलाज का रिकार्ड भी होगा दर्ज, कहीं भी हिस्ट्री देख सकेंगे डॉक्टर
रीवा। केन्द्र सरकार ने लोगों के स्वास्थ्य का डाटा आनलाइन करने के लिए एक एप की शुरुआत की है। यह एप पूरे देश में लागू किया गया है। इसका नाम आभा एप है। इस आभा एप की शुरुआत संजय गांधी अस्पताल में भी कर दी गई है। बस इस एप में आप को रजिस्ट्रेशन कराना है। आधार कार्ड से रजिस्ट्रेशन कराने के बाद आप अस्पताल में आसानी से पर्ची काउंटर से पर्ची प्राप्त कर सकेंगे। इसके बाद किसी भी अस्पताल में इलाज कराने पर आप के इलाज का सारा डाटा आपके आभा एप में स्टोर होता जाएगा। देश में कहीं भी इलाज कराने पर यह डाटा आपके पुराने रिकार्ड को दिखाने में मदद करेगा। संजय गांधी अस्पताल में इस आभा एप की शुरुआत हो गई है। इसकी मदद से अब पर्ची भी मिलने लगी है।
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इस तरह से मिलेगा फायदा
आभा एप में कोई भी आधार कार्ड के जरिए रजिस्टे्रशन करा सकेगा। आभा एप एक आईडी जनरेट करेगा। इस आईडी की मदद से आप एप में इंटर हो सकेंगे। अस्पताल पहुंचने पर जगह जगह आभा एप का बार कोड लगाया मिलेगा। इस बार कोड को आभा एप से ही स्केन करना होगा। एप को स्केन करने के बाद एक टोकन नंबर जनरेट होगा। इसके बार आभा एप काउंटर पहुंच कर सिर्फ टोकन नंबर बताना होगा। टोकन नंबर बताने पर सारा रिकार्ड स्क्रीन के सामने होगा। पर्ची काटने वाले व्यक्ति को पिता का नाम और किस विभाग में दिखाना है। यह जानकारी देनी होगी। इतनी जानकारी देते ही पर्ची आपके हाथ में होगी और रिकार्ड आनलाइन दर्ज हो जाएगा।
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अस्पताल में जो भी जांच और इलाज होगा वह इसी में फीड होगा
सरकारी अस्पताल में रजिस्ट्रेशन के बाद जो भी इलाज होगा। उसकी सारी जानकारी आभा एप में ही दर्ज की जाएगी। आभा एप खोलने पर मरीज को भी उसके पुराने रिकार्ड देखने को मिल जाएंगे। कहीं भी यदि इलाज कराने जाते हैं तो आभा एप के रजिस्ट्रेशन नंबर से डॉक्टर मरीज को पुराना रिकार्ड देख सकेंगे। इससे मरीज के इलाज में भी डॉक्टरों को आसानी होगी। रिकार्ड लेकर कहीं जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
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मंगलवार से चार काउंटर खोले जाएंगे
संजय गांधी अस्पताल में सामान्य मरीजों के लिए काउंटर तो चलेंगे ही आभा एप वालों के लिए अलग से चार काउंटर शुरू किए जाएंगे। यह काउंटर 6, 7,8 और 9 नंबर होंगे। यहां पर आभा एप में रजिस्ट्रेशन कराने वाले मरीज पर्ची कटवा सकेंगे।
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रजिस्ट्रेशन में एसजीएमएच सेकंड टॉपर
आभा एप में रजिस्ट्रेशन के मामले में संजय गांधी सोमवार को मप्र में टॉप सेकंड में रहा। यहां से सबसे अधिक 324 रजिस्टे्रशन हुए। इसके अलाव एम्स भोपाल सबसे ऊपर रहा। यहां 2690 रजिस्ट्रेशन हुए। इसी तरह जेपी अस्पताल भोपाल में 214, सीएच कैलाशनाथ काटजू में 102, गजराराजा मेडिकल कॉलेज ग्वालियर में 80, सीएचसी नसरुल्लागंज में 77, जबलपुर मेडिकल कॉलेज में 69 रजिस्ट्रेशन हुए। सरकारी मेडिकल कॉलेज में यदि बात करें तो रजिस्ट्रेशन के मामले में रीवा मेडिकल कॉलेज टॉप पर रहा।
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आभा एप की शुरुआत की गई है। इसमें रजिस्ट्रेशन के मामले में रीवा मेडिकल कॉलेज टॉप सेकंड और सरकारी मेडिकल कॉलेजों में टॉप पर रहा।
डॉ राहुल मिश्रा
अधीक्षक, संजय गाध्ंाी अस्पताल रीवा