निर्माेही मां: नवजात को जंगल में फेंक गई, रात भर बिलखता रहा
नवजात को मां ने जंगल में फेंक दिया। उसे मासूम पर जरा सा भी तरस नहीं आया। रात भर नवजात भूखा प्यासा जंगल में पड़ा बिलखता रहा। सुबह पास से लोग गुजरे तो नवजात के रोने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे। नवजात झाडिय़ों में पड़ा था। तुरंत डायल 100 को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जवा में भर्ती कराया गया है। इस कृत्य को करने से पहले निर्माेही मां को जरा सा भी मोह नहीं आया।
पनवार थाना के छदहना क्षेत्र का मामला
रीवा। मिली जानकारी के अनुसार घटना पनवार थाना क्षेत्र अंतर्गत छदहना जंगल की है। मंगलवार की सुबह एक नवजात शिशु की किलकारी लोगों ने सुनी। जंगल से गुजरे आम रास्ते में सड़क किनारे लावारिस हालत में पड़े नवजात को ग्रामीणों ने देखा। आनन फानन में सरपंच सहित स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना डायल हंड्रेड पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस नवजात को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जवा भिजवाया । नवजात को रीवा जिला चिकित्सालय में रखा गया है। पनवार पुलिस के मुताबिक सुबह 8 बजे के करीब ग्रामीणों ने सूचना दी कि एक नवजात सड़क किनारे लावारिस हालत में पड़ा है। जिसके बाद मौके पर पहुंचकर उसे जवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया गया, जहां से चिकित्सकों ने उसे रीवा भेज दिया है। चिकित्सकों के मुताबिक उक्त नवजात का जन्म मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात्रि हुआ होगा। 8 से 9 घंटे पहले का नवजात है। नवजात शिशु पूरी तरह से स्वस्थ्य है। थाना प्रभारी पनवार महेन्द्र सिंह ने बताया कि नवजात को रीवा भेजा गया है, जहां से सतना भेजा जाएगा। उसे जंगल में किसने छोड़ा, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। पास गांव के ही आशू सिंह अपने खेत की ओर जा रहे थे, जिनकी नजर नवजात बच्चे पर पड़ी थी और उन्होंने ग्रामीण सहित पुलिस को सूचना दी। गनीमत रही कि नवजात को किसी जंगली जानवर ने अपना शिकार नहीं बनाया।