अब अवधेश प्रताप सिंह विवि देगा अग्नि परीक्षा, जानिए ऐसा क्या होने वाला है

अवधेश प्रताप ङ्क्षसह विश्वविद्यालय वैसे तो सभी की परीक्षाएं लेता है लेकिन अब तीन दिनों तक विवि को ही परीक्षा के अग्नि पथ से होकर गुजरना पड़ेगा। नैक मूल्यंाकन के लिए रविवार को टीम पहुंच रही है। तीन दिनों तक नैक का मूल्यांकन चलेगा।

अब अवधेश प्रताप सिंह विवि देगा अग्नि परीक्षा, जानिए ऐसा क्या होने वाला है
file photo apsu rewa

तीन दिनों तक चलेगा नैक की टीम का मूल्यांकन, विवि ने तैयारियां की पूरी

रीवा। अवधेश प्रताप ङ्क्षसह विश्वविद्यालय का नैक मूल्यांकन 19, 20, 21 फरवरी को होगा। नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिटिएशन काउंसिल (नैक) ने विश्वविद्यालय का निरीक्षण करने तिथि निश्चित की है। नियत तिथि पर मूल्यांकन करने नैक बोर्ड की टीम रविवार शाम तक रीवा पहुँच जायेगी। नैक बोर्ड ने विश्वविद्यालय का मूल्यांकन करने 6 सदस्यीय दल गठित किया है। दल के सदस्य रविवार शाम रीवा पहुँचकर विश्वविद्यालय अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में निरीक्षण आरम्भ करने की रुपरेखा तय होगी। इस लिहाज से विश्वविद्यालय प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। शनिवार को पूरे दिन विश्वविद्यालय में सरगर्मी का माहौल रहा। सभी विभागों की मूल्यांकन संबंधी तैयारी का अंतिम अवलोकन किया गया। ज्ञात हो कि 20 मई को विश्वविद्यालय की एक्यूआईसी सेल ने एसएसआर रिपोर्ट नैक बोर्ड को भेजी थी। इसके उपरांत एसएसआर रिपोर्ट की जांच नैक बोर्ड द्वारा की गई। एसएसआर रिपोर्ट की जांच उपरांत करीब 5 महीने मामला ठण्डे बस्ते में रहा। विधानसभा चुनाव के चलते यह स्थिति बनी। चुनाव निपटते ही एसएसआर रिपोर्ट के आधार पर नैक ने मूल्यांकन की स्वीकृति दी। तब जाकर अभी जनवरी में ही विश्वविद्यालय ने नैक बोर्ड के समक्ष 7.50 लाख रुपये मूल्यांकन शुल्क जमा किया। उक्त शुल्क जमा होने पर अब नैक टीम मूल्यांकन के लिए रीवा पहुँच रही है।
अवैध कब्जाधारियों को हटाया
नैक मूल्यांकन की तैयारी के क्रम में विश्वविद्यालय द्वार पर जमे टपरे वालों को हटाया गया। टपरे वालों के रिश्तेदार विश्वविद्यालय कर्मचारियों ने भारी मन से इस कार्यवाही में सहयोग किया। कुछ को नैक मूल्यांकन के बाद दोबारा टपरा जमा लेने का आश्वासन भी मिला है। बता दें कि जब रीवा-सिरमौर मार्ग चौड़ा हुआ है। विश्वविद्यालय दीवार से सटाकर दर्जनभर से अधिक लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। इन कब्जाधारियों को विश्वविद्यालय बकायदा बिजली भी उपलब्ध कराता रहा। अब जाकर इन अवैध कब्जाधारियों पर मामूली कार्यवाही हुई है। इस पर भी विधि भवन व दूरवर्ती भवन के सामने कुछ टपरे व झुग्गी-झोपड़ी वालों ने कब्जा नहीं छोड़ा है।
शोध गतिविधियों पर रहेगी नजर
विदित हो कि नैक टीम किसी भी शिक्षण संस्थान की अकादमिक व्यवस्था का गहराई से मूल्यांकन करती हैं। शोध परियोजनाओं व उत्कृष्ट अकादमिक व्यवस्था के लिए संस्था के पास मौजूद संसाधनों का बारीकी से अवलोकन करती है। इसके अलावा, खेल गतिविधि, सामाजिक गतिविधि आदि के अंक भी मूल्यांकन में जुड़ते हैं। छात्र सेवाएं, छात्रों के परिणाम व उत्तीर्ण छात्रों को विश्वविद्यालय के जरिये मिलने वाले रोजगार पर नैक की टीम ध्यान देती है। अब गुणवत्ता के इन मानदण्डों पर विश्वविद्यालय को खरा उतरना है।