अब जिला अस्पताल में भी शुरू होगा पोस्टमार्टम, डीन ने सीएस को कर्मचारी और इक्यूपमेंट दिए

लंबे इंतजार के बाद अब अब जाकर जिला अस्पताल का स्टाफ लाइन पर आया है। जल्द ही यहां पर पीएम की सुविधा शुरू होगी। इक्यूपमेंट की डिमंाड सिविल लाइन सर्जन को मेडिकल कॉलेज के डीन ने पूरी कर दी है। अब उम्मीद है कि पोस्टमार्टम भी शुरू हो जाएगा। इससे संजय गांधी अस्पताल के डॉक्टरों केा राहत मिलेगी।

सिविल सर्जन ने पत्र लिखकर कर्मचारियों और उपकरणों की रखी थी डिमांड
रीवा। ज्ञात हो कि कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल में कई महीने पहले ही मच्र्युरी भवन बन कर तैयार हो गया था। उम्मीद थी कि जिला अस्पताल में जल्द ही पीएम शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि जिला अस्पताल के डॉक्टर और सीएस टालमटोल करते रह गए। डॉक्टर पीएम से बचना चाह रहे थे। यही वजह है कि लगातार शासन को पत्राचार कर इक्यूपमेंट की डिमांड, कर्मचारियों की कमी का हवाला देते रहे। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं और डीन मेडिकल कॉलेज को भी पत्र लिखकर इक्यूपमेंट की डिमांड की गई थी। फोरेंसिक विशेषज्ञ, सफाई कर्मचारी के अलावा अन्य स्टाफ की भी कमी का हवाला दिया गया था। जिला अस्पताल की हीलाहवाली को देखते हुए श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डीन ने तुरंत उनकी डिमांड पूरी करने का निर्णय लिया। बुधवार को जिला अस्पताल के सिविल सर्जन मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां पर अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा, डीन डॉ सुनील अग्रवाल मौजूद रहे। उन्होंने सिविल सर्जन ने जो भी इक्यूपमेंट मांगी थी। उसे उपलब्ध करा दिया। दो कर्मचारी भी दे दिए। इसके अलावा मर्चुरी में शव को रखने के लिए फ्रीजर की जरूरत थी। वह भी अधीक्षक ने उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। इतना ही नहीं फारेंसिक एक्सपर्ट की डिमांड भी रखी गई। उसे भी पूरा करने का आश्वासन दिया गया। जिस कमी का हवाला देकर जिला अस्पताल में पीएम की शुरुआत नहीं की जा रही थी। वह सारी कमियों को एक झटके में ही दूर कर दिया गया। अब स्वास्थ्य सेवाएं के अधिकारियों, डाक्टरों और सिविल सर्जन के पास टालमटोल करने का कोई विकल्प ही नहीं रह गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले कुछ दिनों में जिला अस्पताल में पीएम शुरू हो जाएगा।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में हो रहा है पीएम
स्वास्थ्य सेवाएं अंतर्गत जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भी संचालित किए जा रहे हैं। इन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों मं कम सुविधाओं में भी डॉक्टर शव का पीएम कर रहे हैं। गढ़, रायपुर कर्चुलियान, मनगवां, सिरमौर, त्येांथर में पीएम हो रहा है लेकिन जिला का सबसे बड़ा अस्पताल कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल इसे व्यवस्था को शुरू करने में हीला हवाली कर रहा है। जिला अस्पताल के डॉक्टर पीएम करना ही नहीं चाहते। यही वजह है कि हर बार मामले को किसी न किसी बहाने लटका दिया जाता है।
संजय गांधी अस्पताल पर दबाव कम होगा
वर्तमान समय में फोरेंसिक विभाग और एमरजेंसी ड्यूटी के डॉक्टरों के बीच में पीएम का बटनवारा किया गया है। सप्ताह में पांच दिन फोरेंसिक विभाग के डॉक्टर पीएम करते हंै तो दो दिन आकस्मिक चिकित्सा विभाग के डॉक्टरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। फोरेंसिक विभाग में सिर्फ एक डॉक्टर ही बचे हंै। शेष छोड़ कर चले गए। ऐसे में पीएम का दबाव यहां ज्यादा रहता है। जिला अस्पताल में पीएम शुरू होने से संजय गांधी अस्पताल में होने वाली पीएम का दबाव कम होगा। डॉक्टरों को भी थोड़ी राहत मिलेगी।
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सिविल सर्जन ने जो उपकरणों की मांग की थी। वह उपकरण उपलब्ध करा दिया है। जो मैनपॉवर मांगे थे। वह भी दे दिया गया है। जल्द ही जिला अस्पताल में पीएम शुरू हो जाएगा।
डॉ सुनील अग्रवाल
डीन, श्याम शाह मेडिकल कॉलेज रीवा
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जल्द से जल्द पीएम जिला अस्पताल में शुरू हो जाएगा। पैरामेडिकल स्टाफ, इक्यूपमेंट, स्टाफ की कमी थी। इसके कारण शुरू नहीं हो पाया था। डीन ने उपकरण और स्टाफ उपलब्ध कराया है। जल्द ही पीएम शुरू करा देंगे।
डॉ एमएल गुप्ता
 सिविल सर्जन, जिला अस्पताल रीवा