अब इनके आवासों को तोडऩे की तैयारी, 20 परिवार होंगे बेघर

सरकारी आवास पर तेजी से बुलडोजर चल रहे थे। मानस भवन के सामने, कलेक्ट्रेट के सामने बुलडोजर चलने के बाद अब फॉरेस्ट कॉलोनी को भी भी बुलडोजर चलाने की तैयारी है। यहां रहने वाले 20 परिवारों को नोटिस थमा दिया गया है। एक सप्ताह में घर खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया है। साथ ही चेतावनी भी दी गई है कि यदि घर खाली नहीं किया गया तो जेसीबी चला दी जाएगी। अब फारेस्ट विभाग के कर्मचारी चिंता में है। परिवार को लेकर कहां जाएंगे।

चिरहुला मंदिर के पास बने हैं फॉरेस्ट क्वार्टर
रीवा। चिरहुला कालोनी से सटे सरकारी आवास भी टूटेंगे। वन विभाग के सरकारी भवनों में रहने वाले 20 परिवारों को नोटिस जारी कर दिया गया है। इन्हें भवन खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया है। अल्टीमेटम मिलने के बाद अब वन विभाग के कर्मचारियों के सामने संकट खड़ा हो गया है। शहर के चिरहुला फॉरेस्ट कालोनी में रहने वाले वन विभाग के कर्मचारी और परिवारों को बेघर होने की चिंता ने सताना शुरू कर दिया है। चिरहुला फारेस्ट कालोनी वर्ष 1984-85 में वन विभाग ने बनाए थे। तब से यहां पर फॉरेस्ट कर्मचारी परिवार के साथ रह रहे थे। अब उनका यह आवास टूटने वाला है। 7 दिनों के अंदर घर खाली करने का इन्हें राजस्व विभाग से अल्टीमेटम मिल गया है। इस अल्टीमेटम नोटिस ने वन विभाग के कर्मचारियों और उनके परिवार के  सामने संकट में डाल दिया है। वन विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि 5 अक्टूबर को उन्हें राजस्व अधिकारी ने चेतावनी दी है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि यदि घर नहीं खाली किया जाएगा तो एक्शन लिया जाएगा। प्रशासन की इस चेतावनी के बाद वन विभाग के कर्मचारियों का परिवार परेशानी में पड़ गया है। वन कर्मचारियों को हटाने का अल्टीमेटम तो दे दिया गया है लेकिन उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था कहीं नहीं बनाई है। विभाग के पास कहीं आवास भी नहीं है। जिससे वन कर्मचारी अन्यत्र अपने परिवार के साथ शिफ्ट हो सकेंगे। शैक्षणिक सत्र का मध्यावधि चल रही है। जल्द ही अर्धवार्षिक परीक्षाएं भी होने वाली है। ऐसे में बीच सत्र में घर खाली कराए जाने से बच्चों के पठन पाठन पर भी असर पड़ेगा। फॉरेस्ट विभाग के पीडि़त परिवार ने प्रशासन से आग्रह किया है कि पहले उनके परिवार के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। इसके बाद ही आवास को तोडऩे की कार्रवाई की जाए। जिससे उनका परिवार सुरक्षित और बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित हो सके।
मंदिर का किया जाएगा विस्तार
फॉरेस्ट विभाग के प्रभावित कर्मचारियों का कहना है कि उनका आवास तोड़ कर चिरहुला मंदिर का विस्तार करने की योजना है। उनके आवासों को तोड़कर पार्किंग स्थल का विस्तार किए जाने की बातें चल रही हैं।