अब आई बोर्ड परीक्षा की याद: प्राचार्यों की बैठक बुलाई, दो निलंबित, तीन का रुका वेतन
कलेक्टर ने बुधवार को सभी प्राचार्यों की बैठक बुलाई। 10 वीं, 12 वीं बोर्ड परीक्षा में कम प्रतिशत परिणाम वाले विद्यालयों की समीक्षा की गई। प्राचार्यों को बोर्ड परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में पांच प्राचार्य नदारद थे। कलेक्टर ने दो प्राचार्यों को निलंबन के आदेश जारी किए हैं। वहीं तीन प्राचार्य के वेतन रोकने के आदेश जारी किए गए हैं। प्राचार्यों को सख्त हिदायत दी गई है। बोर्ड परीक्षा का परिणाम बेहतर नहीं आया तो लापरवाह प्राचार्यों के खिलाफ कार्रवाई तय है।
कलेक्टर के निर्देश शिक्षक सिर्फ स्कूलों में पढ़ाएंगे, अन्य कोई काम नहीं करेंगे
जो आफिस में फाइलें उठा रहेे उन शिक्षकों को भी हटाना चैलेंज होगा, कलेक्ट्रेट में भी बाबू बने बैठे हैं शिक्षक
रीवा। कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित बैठक में कक्षा 10वीं व कक्षा 12वीं में गत परीक्षा में कम प्रतिशत परिणाम वाले विद्यालयों की समीक्षा की गई। कलेक्टर प्रतिभा पाल ने स्कूल शिक्षा विभाग के प्राचार्यों, बीईओ, बीआरसी एवं सीएसी की बैठक में सख्त लहजे में निर्देश दिये कि जिले का बोर्ड परीक्षा का परिणाम प्रदेश में अनुपातिक तौर पर उत्कृष्ट श्रेणी में हो। इसके लिये पूरी तन्मयता व गंभीरता से प्रयास किये जाएं। विद्यालयों में नियमित कक्षाएं लगें। जरूरत होने पर शिक्षक अतिरिक्त कक्षाएं लें तथा रेमेंडियल कक्षाओं के द्वारा भी बच्चों का शैक्षणिक स्तर सुधारें। उन्होंने आगाह किया कि अपेक्षित परिणाम नहीं आने पर संबंधित प्राचार्य के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर ने निदेश दिये कि सभी प्राचार्य इसे अपनी जिम्मेदारी मानें तथा परीक्षा परिणाम सुधार के लिये शैक्षणिक स्तर में सुधार के सभी उपाय करें। जिला शिक्षा अधिकारी व विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी विद्यालयों का नियमित भ्रमण करें तथा यह देखें कि जिन विद्यालयों में शिक्षक कम हो तथा जिन विद्यालयों का परिणाम अपेक्षाकृत ठीक नहीं हो वहां अतिरिक्त शिक्षकों की व्यवस्था कर अतिरिक्त कक्षाएं भी संचालित करें। उन्होंने इस दौरान कहा कि हर बच्चे की मैपिंग करें तथा उनके अभिभावकों को भी नियमित तौर पर बच्चों के स्कूल भेजने के लिये प्रेरित करें। कलेक्टर ने कहा कि बोर्ड कक्षा में पढऩे वाले विद्यार्थी की वन टू वन जानकारी रखें तथा कमजोर विषय के लिये बच्चों को अतिरिक्त प्रयास कर शैक्षणिक स्तर में सुधार करायें।
बुड़वा और कन्या विद्यालय गंगेव प्राचार्य निलंबित
कलेक्टर ने समीक्षा बैठक में अनुपस्थित बुड़वा एवं कन्या विद्यालय गंगेव के प्राचार्य को निलंबित करने तथा हायर सेकेण्डरी विद्यालय गंगेव, चौखण्ड़ी, पुरौना विद्यालयों के प्राचार्यों के वेतन रोकने के निर्देश दिये। साथ ही ऐसे प्राचार्यों के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं जिनके स्कूलों का परीक्षा परिणाम अद्र्धवार्षिक परीक्षा में बेहतर नहीं आया हो।
शिक्षक दो महीने सिर्फ पढ़ाएंगे और कुछ नहीं करेंगे
कलेक्टर ने ड्राप आउट विद्यार्थियों की जानकारी दो दिवस में देने तथा उनके लिये किये जाने वाले शिक्षा स्तर में सुधार के प्रयासों की भी जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिये। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों व प्राचार्यों को स्पष्ट तौर पर निर्देशित किया कि आगामी दो माहों में विद्यालयों में सिर्फ शैक्षणिक कार्य हो तथा अन्य गतिविधियों के लिये संलग्न शिक्षकों से शैक्षणिक कार्य ही कराया जाय। अब समस्या यह है कि कई शिक्षक स्कूल छोड़ कर अटैचमेंट में है। खुद कलेक्ट्रेट में शिक्षक भरे पड़े हैं। कलेक्टर के कार्यालय में भी पदस्थ हैं। यह कभी स्कूल ही नहीं गए। अब इनके लिए कलेक्टर के आदेश लागू होते हैं या नहीं यह भी देखना होगा।
सीईओ जिला पंचायत ने दिए कार्रवाई के निर्देश
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. सौरभ सोनवणे ने डिजिटल कक्षाओं के संचालन की बात कही। उन्होंने मऊगंज, नईगढ़ी एवं हनुमना विकासखण्ड अन्तर्गत विद्यालयों के परीक्षा परिणाम अच्छी स्थिति में न होने पर नाराजगी व्यक्त की तथा जिला शिक्षा अधिकारी को इसमें विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होंने कक्षा 12वीं सहित कक्षा 5वीं एवं कक्षा 8वीं के परीक्षा परिणाम को भी प्रदेश में उत्कृष्ट स्थान में होने के लिये पूरी तत्परता से शैक्षणिक कार्य किये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जिले का बोर्ड परीक्षा परिणाम अच्छी श्रेणी में आने के लिये प्राचार्यों व शिक्षा विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी है इसके लिये वह अपनी पूरी लगन व मेहनत से काम करें। उन्होंने यू डाइस इंट्री न करने वाले प्राचार्यों के वेतन रोकने के निर्देश। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी जीपी उपाध्याय, डीपीसी देवकरण मिश्रा सहित जिले के विद्यालयों के प्राचार्य, बीईओ, बी.आरसी, सीएसी उपस्थित रहे।