विंध्य के अब यह जिले भी सोलर ऊर्जा से होंगे रोशन, अलग से पहुंची लाइन
रीवा के बाद अब विंध्य के और भी जिले सोलर ऊर्जा से रोशन होंगे। इनमें सीधी और नया जिला मऊगंज भी शामिल हो गया है। रीवा सोलर प्लांट से सप्लाई भी शुरू हो गई है।
एम.पी. ट्रांसको की लाइन से सीधी क्षेत्र को प्राप्त होगी रीवा (रम्स) से सोलर बिजली
नये जिले मऊगंज सहित सीधी, सिंगरौली को मिलेगी ग्रीन एनर्जी
रीवा। एम.पी. ट्रांसको (मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी) ने 220 के.व्ही. रीवा (रम्स)-सीधी लाइन ऊर्जीकृत कर सीधी क्षेत्र के लिये विद्युत पारेषण का एक अतिरिक्त विकल्प उपलब्ध करा दिया है। मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने जानकारी देते हुये बतया कि एम.पी. ट्रांसको ने 51.28 करोड की अनुमानित लागत से अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्लांट रीवा के 400 के.व्ही. सबस्टेशन गुढ से 220 के.व्ही. सबस्टेशन सीधी के लिये 63 किलोमीटर डबल सर्किट लाइन तैयार कर इसे ऊर्जीकृत किया है। उन्होंने बताया कि अब रम्स सोलर पावर प्लांट से सीधी को लगभग 200 मेगावाट की अतिरिक्त विद्युत उपलब्ध हो रही है। श्री तोमर ने विषम भौगोलिक परिस्थितियों में तैयार की गई इस लाइन के ऊर्जीकृत होने पर एमपी ट्रांसको के कार्मिको को बधाई दी है।
सीधी की पारेषण क्षमता को मिली सुदृढ़ता
एम पी ट्रांसको के मुख्य अभियंता ए.बी. गुप्ता ने बताया कि इस महत्वपूर्ण सर्किट के ऊर्जीकृत होने से सीधी क्षेत्र को विद्युत पारेषण का एक अतिरिक्त विकल्प उपलब्ध हो गया है और सीधी जिले की पारेषण क्षमता को सुदृढ़ता प्रदान हुई है। अब नये जिले मऊगंज सहित सीधी और 132 के.व्ही. सबस्टेशनों सिहावल, देवसर से जुडे़ विद्युत उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण सोलर बिजली उपलब्ध हो सकेगी।