सुपर स्पेशलिटी में अब यह होने वाला है बड़ा काम, बड़े आपरेशन से लेकर और भी बहुत कुछ
डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पहुंचने के बाद अब कई बदलाव होने वाले हैं। ओपन हार्ट सर्जरी, बायपास सर्जरी की बड़े स्तर पर तैयारी है। कार्डियक एनेस्थीसिया की कमी को पूरा करने के लिए डॉक्टरों को टें्रड किया जाएगा। इंदौर ट्रेनिंग में भेजा जाएगा। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सुपर स्पेशलिटी में बड़े आपरेशन शुरू हो जाएंगे। इतना ही नहीं डिप्टी सीएम को सेंट्रल पैथालॉजी की जगह भी पसंद नहीं आई। कमरा छोटा लगा। अब इसे भी बड़े हाल में शिफ्ट किया जाएगा। सुपर से सेंट्रल पैथालॉजी लैब अब संजय गांधी अस्पताल के बेसमेंट में शिफ्ट करने की योजना तैयार की जा रही है। सब कुछ ठीक रहा तो सोमवार से बदलाव नजर आने लगेगा।
डिप्टी सीएम ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पहुंच कर किडनी ट्रांसप्लांट के मरीज से की मुलाकात
सेंट्रल पैथालॉजी लैब भी देखी, डॉक्टरों को उनके कार्यों के लिए प्रोत्साहित किया
रीवा। ज्ञात हो कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शुक्रवार को एक नया कीर्तिमान रच दिया गया। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने किडनी ट्रांसप्लांट जैसा सफल आपरेशन कर डाला। रीवा को चिकित्सा के क्षेत्र में महानगरों की ऊंचाईयों तक एक ही झटके में पहुंचा दिया। अब यहां किसी भी तरह के आपरेशन संभव हो सकेंगे। इसके साफ संकेत दे दिए गए हैं। सुपर स्पेशलिटी की सफलता से गदगद होकर मप्र के डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल शनिवार को अस्पताल पहुंचे। उन्होंने किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाली महिला और डोनर दोनों से मुलाकात की। मरीज का हाल चाल जाना। इसके अलावा इस टीम में शामिल सभी चिकित्सकों से भी मुलाकात की। उन्हें उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दीं। इस दौरान श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ मनोज इंदूलकर, डॉ पुष्पेन्द्र शुक्ला, डॉ रोहन द्विवेदी सहित अन्य चिकित्सक साथ में ही मौजूद रहे।
सेंट्रल पैथालॉजी पहुंचे, जगह बदलने की बात कही
मरीज से मिलने के बाद डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल ने सेंट्रल पैथालॉजी लैब के भी अवलोकन की मंशा जाहिर की। वह लैब पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने जगह छोटी और तंग होने की बात कही। इसे बड़े स्तर पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए। डिप्टी सीएम की मंशा अनुसार अब संजय गांधी अस्पताल के बेसमेंट में जगह चिन्हित की गई है। जगह फाइनल होने के बाद अब सेंट्रल पैथालॉजी को संजय गांधी अस्पताल के बेसमेंट में शिफ्ट किया जाएगा। अभी तक इसे स्टोर के रूप में उपयोग किया जाता आ रहा है। स्टोर का सामान हटाकर वहीं पर सेंट्रल पैथालॉजी लैब बनाया जाएगा।
इंदौर में ट्रेनिंग लेंगे सुपर स्पेशलिटी के डॉक्टर
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग के मरीजों के आपरेशन तो हो रहे हैं लेकिन ओपन हार्ट सर्जरी, बायपास नहीं हो पा रही हैं। इसमें सबसे बड़ी समस्या कार्डियक एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट की सामने आ रही है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए अब निर्णय लिया गया है कि यहीं के डॉक्टरों को कार्डियक एनेस्थीसिया की ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। इसके लिए डॉक्टर राजीव द्विवेदी को ट्रेंड करने की योजना तैयार की गई है। सोमवार तक इन्हें इंदौर ट्रेङ्क्षनग में भेजने का आदेश भी जारी किया जा सकता है। ट्रेनिंग मिलने के बाद सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सीवीटीएस के सर्जन को भी आपरेशन करने का मौका मिल पाएगा। लंबे समय से कार्डियक एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट की कमी के कारण सीवीटीएस के डॉक्टर ओपन हार्ट और बायपास सर्जरी नहीं कर पा रहे हैं।
डॉक्टरों की डिप्टी सीएम ने समस्याएं भी सुनी
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पहुंचने के बाद डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल ने डॉक्टरों से भी मुलाकात की। डॉक्टरों ने प्रमोशन आदि जैसी समस्याएं उनके सामने रखी हैं। इसके अलावा वार्डों की जरूरतों के हिसाब से भी डिमांड की गई है। सभी की बातों को सुनने के बाद डिप्टी सीएम ने चुनाव के बाद सारी सुविधाएं और मांगों पर निर्णय लेने का आश्वासन दिया है।
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डिप्टी सीएम किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाली महिला मरीज से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने मरीज से मुलाकात की। डॉक्टरों से भी मिले। लैब पहुंच कर बड़ी जगह पर शिफ्ट करने की मंशा भी जताई है। जगह की तलाश की जा रही है। संजय गांधी अस्पताल में जगह देखी गई है। फाइनल होने के बाद वहीं पर शिफ्ट किया जाएगा। ओपन हार्ट और बायपास के आपरेशन में कार्डियक एनेस्थीसिया के डॉक्टरों की दिक्कत है। इसके लिए उन्हें ट्रेनिंग में भेजा जाएगा।
डॉ मनोज इंदूलकर
डीन, श्याम शाह मेडिकल कॉलेज रीवा