संजय गांधी अस्पताल में अब यह नई मशीन लगने वाली है, 5 करोड़ से लगेगी नई मशीन
विंध्य के लोगों को फिर से बड़ी राहत पहुंचाने की तैयारी है। कैंसर के मरीज विंध्य में सबसे अधिक है। इन्हें फिलहाल इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है। कोबाल्ट मशीन काफी पुरानी है। संयज गांधी अस्पताल में मरीजों की सिंकाई नहीं हो पाती। इस समस्या का जल्द ही निराकरण किया जाएगा। एनसीएल से 5 करोड़ मिलने पर नई कोबाइल्ट यूनिट लगाई जाएगी। इससे कैंसर मशीनों को लीनियर मशीन नहीं लगने तक इलाज की सुविधा दी जाएगी। यह जानकारी शनिवार को राजेन्द्र शुक्ला िडप्टी सीएम ने सुपर स्पेशलिटी के निरीक्षण के दौरान दी।
27 मई को फिर होने वाला है दूसरा किडनी ट्रांसप्लांट
डिप्टी सीएम ने टीम से की मुलाकात, जरूरतों की जानकारी ली
रीवा। शनिवार को डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पहुंचे। अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल की व्यवस्थाएं देखी। इस दौरान कई लोगों ने डिप्टी सीएम से मुलाकात कर समस्याएं भी बताई। शिकायतें लेकर डिप्टी सीएम के पास पहुंच गए। उनका मौके पर ही समाधान भी डिप्टी सीएम ने कराया। इसके बाद डॉक्टरों के साथ व्यवस्थाओं और जरूरतों को लेकर चौथी मंजिल में बैठक की। निरीक्षण और बैठक के दौरान डीन डॉ सुनील अग्रवाल, अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा, डॉ अक्षय श्रीवास्तव सहित किडनी ट्रांस्प्लांट यूनिट के डॉक्टर , कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टर मौजूद रहे। बैठक में 27 मई को होने वाले दूसरे किडनी ट्रांसप्लांट की तैयारियों को लेकर भी चर्चा हुई। साथ ही मेडिकल कॉलेज में होने वाले करोड़ों रुपए के निर्माण कार्यों पर भी बैठक में चर्चा की गई। डिप्टी सीएम ने सभी डॉक्टरों से चर्चा कर इलाज के दौरान होने वाली दिक्कतों और जरूरतों के बारे में पूछा। साथ ही मरीजों से जुड़ी समस्याओं को तुरंत निराकृत करने के निर्देश भी दिए। डिप्टी सीएम ने कहा कि जल्द ही संजय गांधी अस्पताल में कैंसर की नई कोबाल्ट यूनिट लगाई जाएगी। एनसीएल से सीएचआर मद से 5 करोड़ लिए जाएंगे। इसी राशि से कैंसर यूनिट को रिप्लेस किया जाएगा। जब तक 25 करोड़ की लीनियर मशीन नहीं लगती तब तक इसी से इलाज होगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सुपर स्पेशलिटी में अब हर शनिवार रविवार को ओपन हार्ट सर्जरी की जाएगी। इसके लिए सारे जरूरी इंतजाम कर दिए गए हैं। उन्होंने मेडिकल कॉलेज परिसर में होने वाले कार्यों की भी जानकारी दी। डिप्टी सीएम ने बताया कि मेडिकल कॉलेज परिसर का कायाकल्प किया जा रहा है। यहां सालों पुराने मकान बने थे। अब उन्होंने तोड़कर अत्याधुनिक भवन बनाया जा रहा है। साथ ही अस्पताल में हाईटेक ओपीडी बनाई जाएगी। मदर चाइल्ड यूनिट का भी निर्माण किया जाएगा। एमरजेंसी मेडिसिन यूनिट का भी निर्माण किया जाना है।