नर्सिंग छात्रों को मिली राहत, कोर्ट से अनुमति के बाद शुरू हुई परीक्षा

नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश लेने वाली छात्राओं को राहत मिली है। परीक्षा देने के बाद उन्हें इस बात का विश्वास हुआ कि अब वह नर्सिंग की पढ़ाई पूरा कर पाएंगी। पिछले चार सालों से परीक्षा का आयोजन ही नहीं हुआ था। मान्यता को लेकर मामला हाईकोर्ट में चल रहा था। सीबीआई जांच और रिपोर्ट के बाद कई कॉलेजों की मान्यता पर संकट खड़ा हो गया था। ऐसे में छात्राएं परेशान थी। कोर्ट ने छात्राओं के भविष्य को देखते हुए राहत दी। तब जाकर अब परीक्षाएं शुरू हुई हैं। 15 मई से परीक्षाएं शुरू हो गई हैं।

नर्सिंग छात्रों को मिली राहत, कोर्ट से अनुमति के बाद शुरू हुई परीक्षा

मेडिकल कॉलेज और आयुर्वेद कॉलेज में बनाया गया परीक्षा केन्द्र
रीवा।  नर्सिंग कॉलेज में पढऩे वाली छात्राओं ने राहत की सांस ली। नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया था। हाईकोर्ट ने परीक्षाओं पर रोक लगा दी थी। सीबीआई को कॉलेजों की जांच के निर्देश दिए गए थे। जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद कई कॉलेजों को मान्यता के लिए पात्र नहीं पाया गया था। मान्यता पर संकट खड़ा हो गया था। ऐसे में इन कॉलेजों में पढऩे वाली बीएससी नर्सिंग की छात्राओं की परीक्षा को लेकर भी असमंजस की स्थिति खड़ी हो गई थी। हाईकोर्ट ने छात्राओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2019-20, 2020-21 में प्रवेश लेने वाली छात्राओं की परीक्षाएं आयोजित करने की अनुमति दे दी। इस अनुमति के बाद चार साल से इंतजार कर रही छात्राओं ने राहत की सांस ली। रीवा में नर्सिंग कॉलेजों में पढऩे वाली छात्राओं ने परीक्षा दी। रीवा में मेडिकल कॉलेज, आयुर्वेद कॉलेज को परीक्षा केन्द्र बनाया गया था। परीक्षा केन्द्रों में छात्राओं ने पहुंच कर परीक्षा दी। उनके चेहरे पर अलग ही मुस्कान नजर आई। लंबे समय से छात्राएं भी परीक्षा को लेकर लड़ाई लड़ रही थी। मान्यता पर संकट खड़ा होने के बाद गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं ने कलेक्टर से लेकर डिप्टी सीएम, कमिश्नर तक को ज्ञापन सौंपा था। लंबी लड़ाई लड़ी थी। अब उन्हें राहत मिली है। 15 मई से सत्र 2020-21 की बीएससी नर्सिंग की छात्राओं की परीक्षाएं शुरू हो गई है। 16 मई से बीएससी नर्सिंग सत्र 2020-21 की छात्राओं की परीक्षाएं शुरू होंगी। आयुर्वेद कॉलेज में भी बुधवार को नर्सिंग की परीक्षाएं शुरू हुईं। परीक्षा केन्द्र पहले की तरह यहां बनाया गया था। 171 छात्राएं रजिस्टर्ड थी। इनमें से 168 उपस्थित रहीं।