बजट डकार गए अधिकारी, छात्रों को जूते तक नहीं दिए, नंगे पैर फुटबाल खेलती रही छात्राएं

जिला स्तरीय स्कूल खेल प्रतियोगिता में बड़ी लापरवाही सामने आई है। सारा बजट अधिकारी गटक गए और छात्रों को कुछ भी नहीं दिया। छात्राएं मैदान में नंगे पैर ही फुटबाल खेलती रही। टी शर्ट तक नहीं बांटा। सुविधाओं के नाम पर मैदान में कुछ भी देखने को नहीं मिला। छात्रों से खरपतवार उखड़ावाया गया।

बजट डकार गए अधिकारी, छात्रों को जूते तक नहीं दिए, नंगे पैर फुटबाल खेलती रही छात्राएं

मैदान में खरपतवार उखड़वाने में शिक्षकों ने छात्रों को लगाया
रीवा। ज्ञात हो कि मार्तण्ड स्कूल क्रमांक 1,3 के खेल मैदान में जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। ब्लाक स्तर से छात्र, छात्राएं यहां पहुंचे हैं। यहां खेल का आयोजन किया जा रहा है। छात्र छात्राओं को सुविधाओं के नाम पर कुछ भी सुविधा नहीं दिया जा रहा है। लाखों रुपए की राशि अधिकारियों ने ही डकार ली और छात्रों को कुछ भी नहीं दिया। मैदान में भारी अव्यवस्था देखने को मिली। टेंट तक नहीं लगाया गया है। यहां छात्र, छात्राएं खेलने तो आईं हैं लेकिन उन्हें नंगे पैर ही खेल मैदान में उतार दिया गया है। पैरों में जूते तक नहीं है। छात्राएं फुटबाल प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही थी। इन्हें टी शर्ट और जूते तक नहीं वितरित किए गए। नंगे पर ही छात्राएं फुटबाल खेल रही थीं। सभी खेलों में यही हालत देखने को मिली।
क्रीड़ा शुल्क वसूला जाता है
सरकारी स्कूलों में भी छात्रों से क्रीड़ा शुल्क वसूला जाता है। लाखों रुपए की राशि क्रीड़ा शुल्क से आती है। इस राशि से ही सारे खेल आयोजन कराने होते हैं। छात्रों से आने वाली राशि स्कूल, ब्लाक और जिला और जेडी कार्यालय स्तर पर बंटती है। इसी राशि से जिला, राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है। इस राशि में सालों से बंदरबांट किया जा रहा है। सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं दिया जाता।
छात्रों से कराया गया काम
मार्तण्ड स्कूल क्रमांक 1,3 में खरपतवार उगे हुए हैं। पूरा मैदान ही झाडिय़ों से पटा हुआ है। स्कूल मैदान खेलने लायक नहीं है। इसी मैदान में स्कूलों की जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार को चल रहे आयोजनों के बीच छात्रों को मैदान की साफ सफाई में झोंक दिया गया। छोटे छोटे बच्चों से खरपतवार उखड़वाया गया। यह नजारा सभी ने देखा।