जिस पर गिरी निलंबन की गाज, उस पर PWD सीई मेहरबान और दे दिए दो जिलों का प्रभार

PWD विभाग में अधिकारी की मनमानी ने हदें पार कर दी है। सीधी, सतना और रीवा में उपयंत्रियों की भरमार है। फिर भी सीई एक ऐसे उपयंत्री पर मेहरबान हुए जिस पर निलंबन की गाज गिरी। उसी सब इंजीनियर को सतना और सीधी जिले के उपसंभाग का प्रभार सौंप दिया गया। सीई के इस कारनामें से सब परेशान हैं।

जिस पर गिरी निलंबन की गाज, उस  पर PWD  सीई मेहरबान और दे दिए दो जिलों का प्रभार
pwd rewa office file photo

REWA।  PWD विभाग में अधिकारियों की पदस्थापना और प्रभार शुरू से ही विवादों में रहा है। यहां जूनियर सीनियर के ऊपर पदस्थ हो जाता है। SDO को कार्यपालन यंत्री तक की जिम्मेदारी दे दी जाती है। जबकि रीवा में कई कार्यपालन यंत्री पदस्थ हैं। इसी तरह का एक  नया मामला फिर सामने आया है। इसमें मुख्य अभियंता की संलिप्तता सामने आई है। एक सब इंजीनियर को उपकृत करने के लिए दो जिलों में उप संभाग का प्रभार सौंप दिया गया। इन दोनों जिलों की दूरी इतनी अधिक है कि काम सम्हालना ही मुश्किल है। इसके बाद भी यह जिम्मेदारी समझ से परे है। इतना ही नहीं जिस सब इंजीनियर को दो जिलों की कमान सौंपी गई है। उनकी मूल पदस्थापना रीवा ही है। वेतन यहीं से जारी किया जा रहा है। सब इंजीनियर पर इस तरह की मेहरबानी सवालों के घेरे में है।
इन जिलों का सौंप दिया अतिरिक्त प्रभार
अरुण शुक्ला उपयंत्री लोक निर्माण विभाग उप संभाग क्रमांक 1 रीवा में पदस्थ हैं। इनकी मूल पदस्थापना रीवा ही है। इन्हें मुख्यअभियंता इंजीनियर एआर ङ्क्षसह लोक निर्माण विभाग रीवा ने 5 अक्टूबर 2012 को आदेश जारी कर सतना जिला में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत अस्थाई तौर पर पदस्थ कर दिया है। इसी तरह आदेश क्रमांक 2267 दिनांक 4 जुलाई 2023 को एक आदेश किया गया था। इस आदेश के तहत अरुण शुक्ला उप यंत्री को सीधी जिला के मझौली उपसंभाग का भी प्रभारी बनाया गया है। आदेश में यह स्पष्ट लिखा गया है कि इनकी मूल पदस्थापना रीवा ही रहेगी। ऐसे में एक उपयंत्री के पास तीन तीन जगह की जिम्मेदारी दी गई है।
तत्कालीन कमिश्नर ने किया था निलंबित
हद तो यह है कि मुख्य अभियंता ने ऐसे अधिकारी को तीहरी जिम्मेदारी दी है। जिन्हें निलंबन की कार्रवाई से गुजरना पड़ा था। कमिश्नर कार्यालय से इन्हें आदेश की अवहेलना करने पर निलंबित किया गया था। हालांकि बाद में वह कोर्ट से राहत लेकर आ गए थे। इसके बाद भी मुख्य अभियंता ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी। कमिश्नर रीवा संभाग रीवा रहे छोटे सिंह ने अरुण शुक्ला उपयंत्री को शासकीय कार्य में उदासीनता व लापरवाही बरतने पर 20 सितंबर 2022 को निलंबित किया था।
रीवा में ही सब इंजीनियरों की है भरमार
पीडब्लूडी विभाग में रामलाल पाण्डेय, एसपी तिवारी, पीके सिंह, रविन्द्र श्रीवास्तव, अशोक मिश्रा, सुनील जाटव, अखिलेश मिश्रा, विजय शुक्ला, प्रदीप सिंह बघेल आदि कई उपयंत्री पदस्थ हैं। सीधी और सतना में भी भरमार है। इसके बाद भी रीवा से दो जिलों की अतिरिक्त जिम्मेदारी देना समझ से परे हैं।