मिनर्वा अस्पताल में सुविधाओं की खुली पोल, सिटी स्कैन तक की सुविधा नहीं फिर भी कर डाले ऑपरेशन

मिनर्बा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सुविधाओं की पोल खुल गई । थाना प्रभारी के ऑपरेशन में लंबा समय लगाया गया । यहां प्राथमिक ट्रीटमेंट तक की सुविधा नहीं है। जिला अस्पताल जैसी व्यवस्थाएं भी नहीं है । थाना प्रभारी की बिना सिटी स्कैन किए ही ऑपरेशन कर दिया गया । ऑपरेशन के बाद शनिवार को शहर की सड़क को ब्लॉक कर सिरमौर चौराहा एंबुलेंस से ले जाया गया ।तब जाकर सीटी स्कैन हुआ। चंद घंटों के ऑपरेशन को घंटो तक खींचा गया। बाहर से डॉक्टरों को बुलाकर ऑपरेशन कराया गया। जबकि यह ऑपरेशन जिला अस्पताल या सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भी चंद मिनटों में ही हो जाता।

मिनर्वा अस्पताल में सुविधाओं की खुली पोल, सिटी स्कैन तक की सुविधा नहीं फिर भी कर डाले ऑपरेशन
थाना प्रभारी को सिटी स्कैन के लिए ले जाते हुए

सुपर स्पेशलिटी के डॉक्टर ने प्रेस वार्ता कर लगाया बड़ा आरोप

ऑपरेशन के बाद घायल थाना प्रभारी को सिरमौर चौराहा सीटी स्कैन के लिए ले जाया गया

 Vindhyabulletin.com रीवा। मिनर्बा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सुविधाओं की पोल खुल गई । थाना प्रभारी के ऑपरेशन में लंबा समय लगाया गया । यहां प्राथमिक ट्रीटमेंट तक की सुविधा नहीं है। जिला अस्पताल जैसी व्यवस्थाएं भी नहीं है । थाना प्रभारी की बिना सिटी स्कैन किए ही ऑपरेशन कर दिया गया । ऑपरेशन के बाद शनिवार को शहर की सड़क को ब्लॉक कर सिरमौर चौराहा एंबुलेंस से ले जाया गया ।तब जाकर सीटी स्कैन हुआ। चंद घंटों के ऑपरेशन को घंटो तक खींचा गया। बाहर से डॉक्टरों को बुलाकर ऑपरेशन कराया गया। 

 जबकि यह ऑपरेशन जिला अस्पताल या सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भी चंद मिनटों में ही हो जाता। यह आरोप सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के डॉक्टर ने लगाया है। घायल थाना प्रभारी को मिनर्वा अस्पताल में भर्ती किया गया था । मिनर्वा अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने बिना सोचे समझे ऑपरेशन कर दिया था जो असफल रहा । अस्पताल के पास कार्डियक थोरेसिक सर्जन नहीं थे। सुपर स्पेशलिटी से डॉक्टर को बुलाया गया लेकिन उनकी राय नहीं ली गई । उल्टा सुपरस्पेशलिटी को ही बदनाम कर दिया गया। अब सुपरस्पेशलिटी के डॉक्टर सफाई देखते फिर रहे हैं। दूसरी तरफ मिनर्वा थाना प्रभारी का ऑपरेशन करके वाहवाही लूट रहा है। सुपर स्पेशलिटी के डॉक्टर ने आरोप लगाया है कि उन्हें सुपरस्पेशल्टी अस्पताल से उन्हें बुलाया तो गया लेकिन उनकी राय नहीं मानी गई। मिनर्वा अस्पताल में जिला अस्पताल जैसी भी प्राथमिक सुविधाएं तक नहीं है । सीटी स्कैन तक नहीं किया गया। बिना सिटी स्कैन के ही थाना प्रभारी का ऑपरेशन कर दिया गया ।इंफेक्शन कितना अंदर फैल चुका है। इसकी भी जानकारी नहीं है। हालांकि सुपरस्पेशल्टी के डॉक्टर का आरोप शनिवार को सच भी निकल गया। पूरे शहर की सड़क को ब्लॉक कर थाना प्रभारी सिविल लाइन को सीटी स्कैन के लिए सिरमौर चौराहा ले जाया गया। सिटी स्कैन के बाद वापस से मिनर्वा शिफ्ट किया गया है। मिनर्वा अस्पताल में हुए ऑपरेशन को इस तरीके से प्रेजेंट किया गया कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की छवि धूमिल हो गई। अब इस छवि को साफ करने में सुपरस्पेशल्टी अस्पताल के सभी डॉक्टर लगे हुए हैं हालांकि इस पूरे छीछालेदर में मेडिकल कॉलेज के डीन की बड़ी गलती सामने आई है । डीन के कहने पर ही डॉक्टर को सुपर स्पेशलिटी से मिनर्वा अस्पताल भेजा गया था। सुपर स्पेशलिस्ट के कार्डियक थोरेसिक सर्जन का कहना है कि मिनर्वा कि जगह यदि सुपर स्पेशलिटी में मरीज को भर्ती किया जाता तो कम खर्चे में भी ऑपरेशन हो जाता। 

अब सुपरस्पेशल्टी को बंद कर देना चाहिए

डेढ़ सौ करोड़ की लागत से बना सुपर स्पेशलिटी अस्पताल रीवा के विधायक का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। इसे आगे बढ़ाने में इन्होंने हर संभव प्रयास किया। लेकिन एक छोटी सी चूक ने अस्पताल की छवि धूमिल कर दी। इसमें एक बड़ा हिस्सा रीवा के विधायक का भी है ।इन्होंने मिनर्वा अस्पताल पहुंचकर सुपरस्पेशलिटी के डॉक्टरों और अस्पताल का समर्थन ना करते हुए बाहर से डॉक्टरों को बुलाने की पैरवी की। प्रशासन और शासन से स्पेशल व्यवस्था तक मुहैया कराई गई। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को फेल्योर साबित कर दिया गया। अब जिस हिसाब से हालात बने हैं। उससे तो यही लगता है कि शासन प्रशासन को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में ताला लगा देना चाहिए। इनकी सारी मेहनत पर पानी फिर गया।