सीएम के कार्यक्रम ने कांग्रेस को दे दी टेंशन, भाजपा और प्रशासन को घेरने में लगे हैं

सीएम शिवराज का 10 अगस्त को रीवा में बड़ा कार्यक्रम है। वह जनदर्शन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। शहर में रैली भी निकालेंगे। इस कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर चल रही है। विवेकानंद पार्क से शुरुआत होगी। सीएम के रीवा दौरे ने कांग्रेस व अन्य पार्टी के नेताओं की टेंशन बढ़ा दी है । सीएम के कार्यक्रम को लेकर विपक्ष ने प्रशासन को घेरना शुरू कर दिया है। कई आरोप लगाए गए हैं। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री गुरमीत सिंह मंगू और जिला अध्यक्ष ने भीड़ जुटाने के लिए स्कूली और कॉलेज के छात्रों के उपयोग का भी आरोप लगाया है। वहीं जनअस्मिता यात्रा संयोजक लक्ष्मण तिवारी ने इस कार्यक्रम को फिजूलखर्ची बताया है। जनता के पैसों का दुरुपयोग कहा है। कांग्रेस के पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने भी सीएम दौरे को लेकर भाजपा को आड़े हाथों लिया है।

सीएम के कार्यक्रम ने कांग्रेस को दे दी टेंशन, भाजपा और प्रशासन को घेरने में लगे हैं

स्कूल, कालेज के छात्रों को भीड़ का हिस्सा बना रहे: राजेंद्र 

जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इंजी. राजेन्द्र शर्मा ने प्रेसवार्ता के माध्यम से म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की 10 अगस्त के प्रस्तावित रीवा दौरे को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि तैयारी में प्रशासनिक तंत्र द्वारा भीड़ इकट्ठा करने के लिए स्कूल, कॉलेज, एनजीओ एवं विभिन्न सरकारी विभाग पर दवाब बनाया जा रहा है। महाविद्यालय के प्रोफेसर और लेक्चरर की ड्यूटी उच्च शिक्षा विभाग द्वारा लगाई जा रही। उन्हें   छात्रो की संख्या लेकर मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए सड़को पर उतरने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि छात्रो को शिक्षा दिये जाने के स्थान पर भारतीय जनता पार्टी की भीड़ तंत्र का हिस्सा बनाया जा रहा है तथा शिक्षको का उपयोग कार्यकर्ताओं के रूप मे किया जा रहा है। उन्होने कहा कि पूरा जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन मुख्यमंत्री के रोड शो की तैयारी में जुटा है, वही रीवा की जनता शासकीय कार्यालयो की चक्कर लगा रही है। रीवा में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। चोरी, मारपीट, बलात्कार जैसी घटनाएं रोजमर्रा की बात हो गयी । शहर की बेशकीमती जमीनों को विकास के नाम पर बेच दिया गया है। विभिन्न जमीनों की बिक्री के एवज में कराये जा रहे सौंदर्यीकरण के प्रोजेक्ट पूर्णतः गुणवत्ताविहीन एवं औचित्तहीन हैं, रीवा फ्रंट प्रोजेक्ट इसका उदाहरण है। उन्होंने आरोप लगाया कि कभी मध्यप्रदेश में रीवा की पहचान उसकी शैक्षणिक संस्थानों से होती थी. आज रीवा के छात्र पढ़ने के लिए रीवा से बाहर जाना होता है। छात्रो को भीड़ का हिस्सा बनाया जा रहा है, एवं शिक्षकों पर दवाब पूर्वक कार्यकर्ताओं जैसा काम लिया जा रहा हैं। कभी कार्यकर्ताओं की पार्टी कहलाने वाली भारतीय जनता पार्टी, भाजपा का कार्यकर्ता मंत्रियों एवं विधायको के भ्रष्टाचार के कारण जनता के बीच मे मुंह दिखाने लायक नहीं बची। उन्होंने प्रशासन को नसीहत दी कि प्रशासन जनता के हितों में काम करने के लिए होता है, न कि राजनैतिक पार्टी का कार्यकर्ताओं के रूप में कार्य करने के लिए। जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन जनता के हितों में ध्यान लगाये अन्यथा कांग्रेस पार्टी जन हितो के लिए आंदोलन करने के लिए मजबूर होग।

छात्रों के भविष्य से किया जा रहा खिलवाड़: गुरमीत सिंह मंगू
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महामंत्री एवं प्रदेश संगठन मंत्री समन्वयक गुरमीत सिंह मंगू ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रीवा आगमन पर उच्च शिक्षा अतरिक्त संचालक  द्वारा शहर के महाविद्यालयों को छात्र, छात्राओं को लाने दिए गए टारगेट पर घोर आपत्ति जताते हुए जारी विज्ञप्ति के माध्यम से कहा सत्ता के मद में सीएम शिवराज जी इतने मस्त हो गए हैं कि वो छात्र छात्राओं के भविष्य से भी खेलना शुरू कर दिए। पावर का गलत उपयोग कर शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से शासकीय व अनुदान प्राप्त कॉलेजों पर दबाव बनवा अपना महिमा मंडित कराने का कार्य कर रहे हैं जो आपत्तिजनक  है। उन्होंने आगे कहा कि अतरिक्त संचालक द्वारा जो महाविद्यालयों को छात्र लेकर उपस्थित रहने का टारगेट जैसे टीआरएस महाविद्यालय से 1500, कन्या महाविद्यालय से 800, पेंटियम प्वाइंट कॉलेज से 1000 तथा इसी तरह अन्य को निर्देशित किया गया है कि निर्धारित संख्या में टीआरएस कॉलेज में पहुंचे। यदि छात्र, छात्राओं को भीड़ के हिस्सा बनाने की जगह उनके लिए अच्छे प्राध्यापकों की व्यवस्था की बात की जाती या रीवा में एक नवीन कन्या महाविद्यालय खोले जाने की बात कही जाती स्थानीय उद्योगों संस्थानों में रोजगार की घोषणा का फरमान जारी किया जाता तो ज्यादा अच्छा होता। क्या छात्र भीड़ का हिस्सा बनने के लिए हैं। रीवा के स्थानीय विधायक, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रही है।
सरकारी खजाने का दुरुपयोग कर रहा सरकारी तंत्र: लक्ष्मण तिवारी
 प्रदेश में जैसे जैसे विधानसभा सामान्य निर्वाचन का समय नजदीक आ रहा है सत्ताधारी राजनैतिक दल विभिन्न जिलों में आमसभाएॅ आयोजित कर पंचायतों से लेकर नगर परिषदों व अन्य जिलों से लोगों को एकत्रित करने जहां नजदीकी लोगों व स्थानीय कर्मचारियों पर दबाव डालते हैं तो वहीं दूर दराज से लोगों को लेकर आने जाने हेतु वाहन व्यवस्था से लेकर टेन्ट पंडाल आदि में भारी रकम सरकारी खजाने का जनसभाओं में व्यय करने प्रशासन व सरकारी तंत्र आमादा है। उक्त आशय के आरोप पूर्व विधायक व जनअस्मिता यात्रा संयोजक लक्ष्मण तिवारी ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में लगाया। पूर्व विधायक ने कहा कि समूचे प्रदेश में जिला व तहसील स्तर पर सत्ताधारी नेताओं की जनसभाएं संचालित की जा रही हैं। सरकारी खजाने की राशि से प्रदेश भर से भीड़ मंगायी जाकर सभा में लोगों की उपस्थिति का आंकड़ा बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज टमाटर के दाम 200 रुपये से ज्यादा हो गया। इसी तरह ईंधन गैस, बिजली, डीजल, पेट्रोल, खाद बीज के दाम आमजनों, मध्यम वर्ग तथा गरीब मजदूरों को विभिन्न समस्याओं में डाल रहा है। सरकार में बैठे लोग चुनाव जीतने से लेकर सत्ता की कुर्सी पाने किसी भी हद तक जा सकते हैं प्रदेश की जनता देख रही है। बरसात के दिनों में सड़कें लोगों के पैदल चलने लायक नहीं बची, सीवर लाइन पूरे शहर की सड़कों को निगल गई, पानी निकासी तो नहीं हुई लेकिन सड़कों का हुलिया बिगाड़ दिया। जिम्मेदारों के कान में जूं तक नहीं रेंगती। आमजनों की परेशानियों के निराकरण में किसी को अब कोई दिलचस्पी नहीं रही, बल्कि पूरी तरह भ्रष्टाचार में उनकी सहभागिता बराबर की देखने को मिलता है। श्री तिवारी ने आगे कहा कि आमजनों के हित में सरकारी खजाने में जमा राशि के दुरुपयोग रोकने का कार्य आगे नहीं किया गया तो आगामी दिनों धरना प्रदर्शन से लेकर आमजनों के साथ जनहित में लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत लामबंद आन्दोलन किया जायेगा।