सरकार के खिलाफ आउटसोर्स कर्मचारियों का शंखनाद, सड़क पर उतरे, कलेक्ट्रेट पहुंच कर मांगा हक

मंगलवार को आउटसोर्स और अस्थाई कर्मचारियों ने हुंकार भरी। विवेकानंद पार्क में एकत्र होकर सैकड़ों कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली। कलेक्ट्रेट पहुंच कर सीएम और श्रम मंत्री के नाम मांगों का नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।

सरकार के खिलाफ आउटसोर्स कर्मचारियों का शंखनाद, सड़क पर उतरे, कलेक्ट्रेट पहुंच कर मांगा हक

विवेकानंद पार्क से कलेक्ट्रेट तक निकाली रैली
डिप्टी सीएम, सीएम और श्रम मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
रीवा। आउटसोर्स अस्थाई कर्मचारी संयुक्त मोर्चा मप्र के आह्वान पर रैली निकाली गई। सभी कर्मचारी पहले विवेकानंद पार्क में एकत्र हुए। सैकड़ों की संख्या में आउटसोर्स और अस्थाई कर्मचारी विवेकानंद पार्क से कलेक्ट्रेट से निकले। कलेक्ट्रेट पहुंच कर मांगों का ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों ने डिप्टी सीएम, सीएम और श्रम मंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन, नौकरी में सुरक्षा, श्रम अधिकारों सहित अन्य मांगों का ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों को श्रम कानूनों का लाभ दिलाने, पुनरीक्षित न्यूनतम वेतन एरियर सहित भुगतान करने, न्यूनतम वेतन 21 हजार रुपए किए जाने की मांग की है। ऑल डिपार्टमेंट आउटसोर्स अस्थाई कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष विपिन पाण्डेय का कहना है कि 10 साल से पुनरीक्षित न्यूनतम वेतन का एरियर कर्मचारियों को नहीं दिया गया है जबकि न्यायालय से स्टे हटा लिया गया है। सरकार कर्मचारियों के अधिकारों की अनदेखी कर रही है। श्रम विभाग इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। प्रदेशभर में सभी जिलों में मांगों को लेकर अस्थाई और आउटसोर्स कर्मचारियों ने ज्ञापन सौंप कर आवाज बुलंद की है। ज्ञापन सौंपने के दौरान शिवेन्द्र पाण्डेय, सतीश चौबे, प्रकाश नारायण मिश्र, सुनील भारती, धीरज प्रजापति, अजय तिवारी, राहुल सोंधिया, विवेक सेन, शुभम रावत, किशन, अंकित कुशवाहा, अभिषेक, अमन, राजकुमारी, सरस्वती साकेत, लालजी हलवाई, गुडिय़ा, दिनेश, शोभा, मीना, इमरान, शुभम यादव सहित सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।