आउटसोर्स कर्मचारियों ने निकाला कैंडल मार्च, मनाने पहुंचे अधीक्षक, डिप्टी सीएम से भी कराई बात लेकिन कंपनी नहीं हुई तैयार
संजय गांधी अस्पताल के आउटसोर्स कर्मचारियों ने शहर में गुरुवार को कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च निकाल कर लौटे कर्मचारियों को अस्पताल अधीक्षक का साथ मिला। धरना स्थल पर अधीक्षक पहुंचे। कर्मचारियों को समझाइश दी। मौके पर ही कंपनी के मैनेजर को तलब किया। सभी को काम पर वापस रखने के निर्देश दिए। डिप्टी सीएम से भी फोन पर चर्चा की। इसके बाद भी कंपनी का मैनेजर नहीं माना तो अधीक्षक ने इस पर जमकर खरीखोटी सुनाई। कर्मचारियों के साथ काफी देर तक वहीं बैठे रहे। समझाइश का दौर चला लेकिन कर्मचारी डीन के धरना स्थल पर नहीं आने से नाराज हो गए और धरना समाप्त नहीं हो पाया।
अधीक्षक का साथ पाकर कर्मचारी हुए गदगद, काफी देर तक वहीं डटे रहे
डीन नहीं आए वर्ना रात में ही खत्म हो जाती हड़ताल
रीवा। ज्ञात हो कि दो दिनों से संजय गांधी अस्पताल के आउटसोर्स कर्मचारी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से अस्पताल की साफ सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। काम प्रभावित हो रहा है लेकिन कंपनी जिद पर अड़ी हुई है। अस्पताल की व्यवस्थाएं बेपटरी होने से अस्पताल अधीक्षक परेशान हैं। वह कर्मचारियों को वापस लाना चाह रहे। यही वजह है कि गुरुवार को अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा खुद धरना स्थल पहुंच गए। उन्होंने कर्मचारियों के बीच पहुंच कर चर्चा की। उनकी समस्याएं सुनी। कर्मचारी काम पर लौटने को भी तैयार थे लेकिन कंपनी उन्हें वापस लेने को तैयार नहीं हुई। अधीक्षक ने मौके पर ही एजाइल कंपनी के मैनजर को बुलाया। उन्हें सभी कर्मचारियों को काम पर वापस रखने के निर्देश दिए। इसके अलावा डिप्टी सीएम से भी मौके पर फोन पर कर्मचारियों के सामने बात की। इसके बाद भी कंपनी के मैनेजर कर्मचारियों को वापस रखने को तैयार नहीं हुई। चर्चा विफल रही। कर्मचारियों का धरना जारी है।
डीन को भी लेने गए अधीक्षक
धरना समाप्त करने की पूरी कोशिश अधीक्षक ने की। धरना स्थल से ही डीन डॉ सुनील अग्रवाल को भी फोन लगाए। डीन को धरना स्थल पर पहुंच कर हड़ताल समाप्त कराने के लिए कहा। उन्हें अधीक्षक लेने भी गए लेकिन बात नहीं बनी। डीन धरना स्थल पर नहीं आए। इसके कारण कर्मचारियों ने भी हड़ताल यथावत रखी। डीन यदि धरना स्थल पर पहुंच जाते तो कर्मचारी भी मान जाते। सभी कर्मचारी काम पर वापस लौटना तो चाहते हैं लेकिन कंपनी के साथ डीन भी जिद पर अड़े हुए हैं।
डिप्टी सीएम ने कहा पहले हड़ताल खत्म करो फिर होगी बात
अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा ने कर्मचारियों के सामने ही डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला से भी फोन पर चर्चा की। डिप्टी सीएम ने कर्मचारियों को कहा कि पहले वह हड़ताल समाप्त करें और काम पर वापस लौटे। इसके बाद ही कोई चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि काम पर लौटे, रीवा आने के बाद कर्मचारियों से चर्चा की जाएगी। उनकी सारी मांगे पूरी की जाएंगी।
डिप्टी सीएम के कहने पर भी नहीं मानी कंपनी
डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला ने फोन पर सभी कर्मचारियों को काम पर वापस लौटने के लिए कहा। कर्मचारियों को अधीक्षक वापस अस्पताल ले जाने को भी तैयार थे लेकिन इजाइल कंपनी के अधिकारी नहीं मानें। इस पर अधीक्षक का पारा भी आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने मैनेजर को जमकर खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि आप डिप्टी सीएम की भी बात नहीं मान रहे हैं। उनसे भी ऊपर हो गए हैं। यदि रीवा में काम नहीं करना है तो यहां से चले जाओ। सभी कर्मचारियों को काम पर रखने के लिए भी उन्होंने कहा।
अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर चिंता में अधीक्षक
कर्मचारियों की हड़ताल के कारण पूरा काम काज ठप पड़ गया है। इसकी पूरी जिम्मेदारी अस्पताल अधीक्षक की है। ऐसे में काम प्रभावित होने से अधीक्षक की भी चिंता बढ़ रही है। उन्होंने कर्मचारियों को भी काफी देर तक मनाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि अस्पताल में चारों तरफ गंदगी फैली हुई है। काम पर लौटें। काम करें। विरोध प्रदर्शन जारी रखें लेकिन कर्मचारी डीन के धरना स्थल पर नहीं आने से वह नहीं मानें।
शिल्पी प्लाजा तक कर्मचारियों ने किया कैंडल मार्च
संजय गांधी अस्पताल के आउटसोर्स कर्मचारियों ने कैंडल मार्च भी निकाला। धरना स्थल से कैंडल मार्च निकल कर अस्पताल चौराहा होते हुए शिल्पी प्लाजा तक पहुंचा। शिल्पी प्लाजा से वापस धरना स्थल तक पहुंचा। आउटसोर्स कर्मचारियों को कई संगठनों का समर्थन मिला हुआ है। विंध्य आउटसोर्स कर्मचारी संगठन, आटो यूनियन संघ, मप्र प्रदेश कर्मचारी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नरेन्द्र पाण्डेय ने भी आउटसोर्स कर्मचारियों को समर्थन दिया है।