फिर कोविड की दहशत, अलर्ट मोड पर आया शासन, एसजीएमएच में तैयारियां शुरू

कोविड 19 ने फिर टेंशन दे दी है। इसके नए वैरिएंट से हड़कंप मचा है। रीवा में तैयारियंा शुरू हो गई है। संजय गांधी अस्पताल और सुपर स्पेशलिटी अलर्ट मोड पर आ गया है। आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं। दवाइयों और जांच किट की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है।

फिर कोविड की दहशत, अलर्ट मोड पर आया शासन, एसजीएमएच में तैयारियां शुरू
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रीवा। ज्ञात हो कि कोविड 19 का नया वैरिएंट सामने आया है। इस वैरिएंट से पूरा विश्व सकते में है। इसका असर भारत देश पर भी दिखने लगा है। नए वैरिएंट के मामले सामने आने के बाद मप्र शासन अलर्ट मोड पर आ गया है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की वीसी में कोविड की तैयारियों को लेकर समीक्षा की गई। भोपाल से एसीएस मो. सुलेमान, कार्पोरेशन आयुक्त पंकज जैन, एनएचएम संचालक प्रियंका दास, डीएमई अरुण श्रीवास्तव वीसी में शामिल हुए। वीसी में सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल अधीक्षक को कोविड से निपटने के निर्देश जारी किए हैं। पहले से ही अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड तैयार करने के लिए कहा गया है। पर्याप्त संख्या में पीपीई किट और जांच किट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। इसका असर अब संजय गांधी अस्पताल और सुपर स्पेशलिटी में भी दिखने लगा है। इतना ही नहीं जल्द ही कोविड को लेकर बजट भी उपलब्ध कराने की बात कही गई है।
एसजीएमएच में जांच किट का पर्याप्त स्टॉक
वीसी में मिले निर्देश के बाद संजय गांधी अस्पताल में तैयारियां शुरू हो गई है। अस्पताल में पर्याप्त पीपीई किट और जांच किट की व्यवस्था कर ली गई है। वर्तमान समय में मैनुअल आरएनए किट 1 हजार और आरटीपीसीआर जांच किट 500 के करीब है। इसके अलावा संजय गांधी अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड को तैयार कर लिया गया है।
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आक्सीजन पाइप लाइन सभी बेड तक पहुंच चुकी है
संजय गांधी अस्पताल ने कोविड 19 के आने पर ही संजय गांधी अस्पताल को तैयार कर लिया था। यहां गैस पाइप लाइन सभी बेड तक पहुंचा दी गई है। कोविड जब पीक पर था। तब रीवा में आक्सीजन की कोई कमी नहीं हुई थी। यहां लिक्विड आक्सीजन की कमी नहीं हुई थी। संजय गांधी अस्पताल में कोविड के पीक समय में ताबड़तोड़ काम हुआ था। मरीजों की जान बचाने के लिए डॉक्टरों ने अपनी जान जोखिम में डालने से पीछे नहीं हटे थे।
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पर्याप्त किए गए हैं इंतजाम
संजय गांधी अस्पताल में कोविड से निपटने के लिए यहां पहले से ही पर्याप्त वेंटीलेटर की व्यवस्था कर ली गई है। प्रधानमंत्री मद से यहां कई वेंटीलेटर सप्लाई हुए थे। इनकी संख्या करीब 70 से अधिक है। आईसीयू बेड भी पर्याप्त है। अस्पताल प्रबंधन ने कोविड 19 के नए वेरीऐंट से निपटने को लेकर मॉनीटरिंग शुरू कर दी है। तैयारियां की जा रही है। बेड और दवाइयों के स्टॉक की जानकारी जुटाई जा रही है।
मॉक ड्रिल की है तैयारी
कोविड से निपटने के लिए अस्पताल कितना तैयार है। इसे लेकर जल्द ही मॉक ड्रिल की भी तैयारी है। कुछ ही दिनों में यहां मॉक ड्रिल किया जाएगा। इसमें कोविड का नकली मरीज बनाकर एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल लाया जाएगा और उसे इलाज मुहैया कराया जाएगा। यह सब कुछ कोविड से निपटने के लिए किया जाएगा।
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डीएमई पहुंचे रीवा, मेडिकल कॉलेज का भी करेंगे निरीक्षण
डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन अरुण श्रीवास्तव ने बुधवार को सतना मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। दिन भर सतना में रहे। वह सड़क मार्ग से सतना पहुंचे। देर रात रीवा पहुंच गए। रात्रि विश्राम के बाद गुरुवार को वह एसजीएमएच अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा के साथ शहडोल मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण में चले जाएंगे। इसके बाद शुक्रवार को वापस लौट कर मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करेंगे। डॉक्टरों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे। डायमंड जुबली में भी शामिल होंगे।
सभी पदों को भरने का निर्देश
वीसी में मेडिकल कॉलेज और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में रिक्त पदों को भरने के निर्देश जारी किए गए हैं। तृतीय और चतुर्थ वर्ग के पदों को जल्द से जल्द भरने के निर्देश मेडिकल कॉलेज डीन और अस्पताल अधीक्षक को दिए गए हैं। उम्मीद है कि जल्द ही रिक्त पदों को भरने की कवायद शुरू हो जाएगी।
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कोविड से निपटने के लिए संजय गांधी अस्पताल और सुपर स्पेशलिटी पूरी तरह से तैयार है। यहां पर्याप्त जांच किट मौजूद हैं। आइसोलेशन वार्ड बना लिया गया है। हर बेड तक आक्सीजन की पाइप लाइन पहुंचा दी गई है। जो भी कमियां है, उन्हें दूर करने के लिए मॉनीटरिंग शुरू कर दी गई है।
डॉ राहुल मिश्रा
अधीक्षक, संजय गांधी अस्पताल रीवा