संजय गांधी अस्पताल की पैथालॉजी होगी बंद, जानिए क्या है इसकी वजह

संजय गांधी अस्पताल की लैब बंद होने वाली है। जल्द ही सभी मशीनें हट जाएंगी। सुपर स्पेशलिटी चली जाएंगी। सुपर स्पेशलिटी में ही सेंट्रल लैब बनाई जा रही है। करोड़ों की मशीनरी पहुंच गई है। अब सारी जांच यहीं पर होगी।

संजय गांधी अस्पताल की पैथालॉजी होगी बंद, जानिए क्या है इसकी वजह


हाइटेक मशीनों से होगी जांच और डॉक्टरों के पास आनलाइन पहुंच जाएगी रिपोर्ट
अब रिपोर्ट के लिए मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा, मोबाइल पर आएगी
रीवा। मिली जानकारी के अनुसार संजय गांधी अस्पताल में बहुत कुछ नए साल में बदलने वाला है। स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा बदलाव किया जा रहा है। हाई टेक मशीनें लगाई जा रही हैं। संजय गांधी अस्पताल और जीएमएच की सारी लैब बंद होने वाली हैं। यहां की अब सारी जांच सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में होंगी। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एचएससीसीएल ने काम करना भी शुरू कर दिया है। सेंट्रल लैब बनाई जा रही है। यहां पर हाईटेक मशीनें लगाई जाएंगी। मशीनों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। जल्द ही इसकी शुरुआत भी हो जाएगी। संजय गांधी अस्पताल का लैब सिर्फ कलेक्शन सेंटर बन कर रह जाएगा।


दिल्ली की कंपनी ने सम्हाला मोर्चा
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सेंट्रल लैब बनाई जा रही है। यह सरकार के प्रोजेक्ट में शामिल हैं। हास्पिटल सर्विस कंसल्टेंसी कार्पोरेशन लिमिटेड ने मोर्चा सम्हाल लिया है। एचएसीएल ने कर्मचारियों को ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया। प्राइवेट कर्मचारियों के अलावा सरकारी पैथालॉजी में पदस्थ कर्मचारियों को लैब में लगी मशीनों में काम कैसे करना है। इसकी ट्रेङ्क्षनग दी जा रही है। ट्रेनिंग पूरी होते ही सेंट्रल लैब में काम शुरू हो जाएगा।
इस तरह से वर्क करेगा यह लैब
सेंट्रल लैब पूरी तरह से हाईटेक होगा। यहां सेम्पल पहुंचने पर मरीजों को जांच रिपोर्ट के लिए चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। मरीज और डॉक्टर के मोबाइल पर सीधे रिपोर्ट भेज दी जाएगी। वर्तमान समय में मरीजों को पहले सेम्पल देने के लिए फिर रिपोर्ट के लिए दौड़ लगानी पड़ती है। इस सुविधा में यह सारी परेशानियां खत्म हो जाएंगी।


इन्हें मिलेगा फायदा
सेंट्रल पैथालॉजी के शुरू होने के पहले ही कई तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं। अभी संजय गांधी अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की जांच नि:शुल्क हो रही थी। सेंट्रल पैथालॉजी के शुरू होने के बाद जांच और शुल्क की क्या प्रक्रिया होगी। यह स्पष्ट नहीं है। सूत्रों की मानें तो सिर्फ एपीएल और आयुष्मान कार्डधारियों को ही नि:शुल्क जांच सुविधा मिल पाएगी।
एक दर्जन मशीनें पहुंच गई है
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एक दर्जन नई मशीनें पहुंच गई है। सारी मशीनें हाईटेक हैं। इन मशीनों को देखकर आंख फंटी रह जाएंगी। सीबीसी से लेकर हर जांच के लिए नई मशीनरी लगाई गई है। अब यहां पर थायराइड टेस्ट भी मरीजों को हो सकेगा। करोड़ों रुपए की मशीनें इंस्टाल कर दी गई हैं। इनके लगाए जाने से मरीजों को अब जांच रिपोर्ट परफेक्ट मिलेगा। इसी के आधार पर सही इलाज हो पाएगा। इतना ही नहीं संजय गांधी अस्पताल की तरह मशीनों के खराब होने की समस्या नहीं रहेगी। कंपनी ही मशीनों के रखरखाव और मेंटीनेंस को भी देखेगी।