भगवान के दर पर पहुंचे पटवारी, खेमसागर मंदिर में हनुमान जी को सौंपा ज्ञापन

सरकार पटवारियों की नहीं सुन रही है। 15 दिन से पटवारी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। सरकार की अनदेखी से नाराज पटवारियों ने भगवान के दर पर जाने की सोची। सोमवार को बाइक रैली निकाल कर सीधे खेमसागर हनुमान मंदिर पहुंचे। हनुमान जी को मांगों का ज्ञापन सौंपा। सरकार के सद्बुद्धि की कामना की।

भगवान के दर पर पहुंचे पटवारी, खेमसागर मंदिर में हनुमान जी को सौंपा ज्ञापन
पटवारियों ने बाइक रैली निकाली

बाइक रैली निकाली और हनुमान जी से सरकार की सद्बुद्धि की कामना की
रीवा। मध्यप्रदेश पटवारी संघ भोपाल के तत्वाधान में लगातार कलमबंद हड़ताल जारी है। सोमवार को रीवा जिला के सभी पटवारियों  ने धरना स्थल कलेक्ट्रेट के सामने उपस्थित रहकर सरकार के खिलाफ नारेबाज की। इसके बाद सैकड़ो की संख्या में पटवारियों ने बाइक रैली निकाली। बाइक रैली धरना स्थल कलेक्ट्रेट से शुरू हुई। सिरमौर चौराहा नया बस स्टैंड पीटीएस चौराहा होते हुए चिरहुला से खेमसागर हनुमान मंदिर पहुंची। हनुमान जी को ज्ञापन सौंपा और सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करने की अर्जी लगाई। पटवारियों का कहना है कि इस भीषण गर्मी में मुख्यमंत्री जहां ंप्रदेश के हर वर्ग की मांगों को पूरा कर रहे है। वहीं शासन के 56 विभागों का कार्य करने वाले पटवारी की कोई सुध नहीं ले रहे हैं। पटवारियों में संघ पदाधिकारी  अनंत प्रताप सिंह, रवि  विश्वकर्मा,प्रदीप पटेल,जवाहरलाल शुक्ला ,आशीष शुक्ला ,पवन पटेल,रफीक खान ,अनूप शुक्ला ,विक्रम सिंह ,कौशल कोल ,मनीष मिश्रा,रावेंद्र पांडेय, सुजीत खटीक, किरण पटेल, आराधना मिश्रा,जमुना सोनी ,रवि सिंह,नागेंद्र साहू ,राजेश गौतम ,अवधेश वर्मा ,कमलकांत पटेल  , प्रदुम्न सिंह , अंगद अहिरवार , हिम्मत सिंह ,अनूप शुक्ला , संदीप शुक्ला, संतलाल निराला , विनीता सिंह समेत सैकड़ो की संख्या में  बाइक रैली में शामिल हुए। पटवारियों ने बतायाकि इस बार हम सब बिना अपनी मांग पूरी हुए हड़ताल से वापस नहीं लौटेंगे।
पटवारियों की यह है प्रमुख मांगें
- वेतन विसंगति दूर कर ग्रेड पे 2800 किया जाए।
- महंगाई के अनुरूप स्टेशनरी भत्ता दिया जाए।
- अतिरिक्त हल्के के प्रभार का 10 हजार मानदेय दिया जाए।
- गृह भाड़ा भत्त 5 हजार दिया जाए।
- यात्रा भत्ता 3 हजार रुपए दिया जाए।
- अन्य विभागीय कार्य भत्ता5 हजार दिया जाए।
- कार्यालय भत्ता 2 हजार प्रति माह दिया जाए।