पटवारी हड़ताल पर डटे, बिना मांग पूरी हुए नहीं हटेंगे

5 दिनों से पटवारी हड़ताल पर हैं। काम काज ठप है। 7 सूत्रीय मांगों को लेकर डटे हुए हैं। प्रदेशभर में हड़ताल चल रही है। रीवा के पटवारी कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठे हैं। पटवारियों ने ठान लिया है कि जब तक सरकार उनकी मांगे पूरी नहीं करेगी, तब तक हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।

पटवारी हड़ताल पर डटे, बिना मांग पूरी हुए नहीं हटेंगे
हड़ताल पर बैठे पटवारी

हड़ताल के कारण सारे काम ठप, किसान परेशान
रीवा। पटवाराी संघ का कहना है कि विगत 25 वर्षों से लंबी चली आ रही मांग को सरकार द्वारा ना माने जाने से मध्य प्रदेश के समस्त जिलों के साथ-साथ रीवा जिले के पटवारी भी रीवा कलेक्टर कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल हैं। जिले के सभी पटवारी लगातार अपनी वर्षों पुरानी लंबित मांगों को पूरा किए जाने की मांग के साथ हड़ताल में डटे हुए हैं। जिसमें 2800/ ग्रेड पे की मुख्य मांग के साथ और मांगों को शासन के समक्ष कई बार रखा गया पर शासन द्वारा केवल 25 वर्षों से लगातार आश्वासन दिया जा रहा है। वहीं संघ का कहना है कि जब तक 2800/ ग्रेड पे की मांग पूरी नहीं होगी तब तक समस्त पटवारी हड़ताल में डटे रहेंगे। शुक्रवार को धरना स्थल पर प्रमुख रूप से जवाहरलाल शुक्ला, उप प्रांताअध्यक्ष, अनंत प्रताप सिंह जिला अध्यक्ष, अनूप शुक्ला उपाध्यक्ष, रवि विश्वकर्मा सचिव, प्रदीप पटेल कोषाध्यक्ष सभी तहसीलों के अध्यक्ष, रामायण सेन, वीरेंद्र तिवारी, शारदा प्रसाद तिवारी, मायालाल वर्मा, दीपंकर, राजभान, दिवाकर, हीरालाल कोल, मंजूर कोल, बद्री रावत, सुधीर सिंह, प्रदुम सिंह, कमल कांत पटेल, मनोज पांडे, विनीता सिंह, देवेंद्र पांडे, किरण पटेल, आकृति तिवारी, दिव्या सिंह, आदि सैकड़ों की संख्या में पटवारी उपस्थित रहे।
पटवारियों की यह है प्रमुख मांगें
- वेतन विसंगति दूर कर ग्रेड पे 2800 किया जाए।
- महंगाई के अनुरूप स्टेशनरी भत्ता दिया जाए।
- अतिरिक्त हल्के के प्रभार का 10 हजार मानदेय दिया जाए।
- गृह भाड़ा भत्त 5 हजार दिया जाए।
- यात्रा भत्ता 3 हजार रुपए दिया जाए।
- अन्य विभागीय कार्य भत्ता5 हजार दिया जाए।
- कार्यालय भत्ता 2 हजार प्रति माह दिया जाए।