पटवारियों की हड़ताल को एक महीना पूरा, अब तक नहीं बनी बात
मांगों को लेकर पटवारियों का धरना जारी है। 28 अगस्त से शुरू हुए धरने को एक महीना पूरा हो गया है। सरकार ने अब तक पटवारियों की सभी मांगे पूरी नहीं की। इसके कारण ही पटवारी हड़ताल खत्म करने को तैयार नहीं है। कैबिनेट की बैठक में सरकार ने 4 हजार रुपए की राशि पटवारियों को बढ़ाकर देने का प्रस्ताव पास किया लेकिन वह राश नहीं आई।
रीवा। ज्ञात हो कि पटवारी 28 अगस्त से काम बंद हड़ताल पर हैं। पटवारियों ने पहले धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया। इसके बाद भूख हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल प्रदेशभर में चल रही है। इस हड़ताल से सारे राजस्व कार्य ठप पड़ गए हैं। मैदानी कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं। गिरदावरी की फीडिंग नहीं होने से धान उपार्जन में भी दिक्कतें आएंगी। पटवारी संघ को सरकार ने राहत देने की कोशिश की लेकिन वह उससे भी खुश नहींं है। अपनी सभी मांगों को मनवाने की जिद पर अड़े हुए हैं। यही वजह है कि पटवारियों की हड़ताल अब भी यथावत चल रही है। इस हड़ताल को 28 दिन पूरे हो गए हैं। पटवारी काम पर लौटने को तैयार नहीं है। सरकार के पटवारियों के खिलाफ कड़े तेवर दिखाएं हैं। कार्रवाई किए जाने का नया फरमान भी जारी किया है फिर भी पटवारी टस से मस होने को तैयार नहीं हैं।
आयुक्त भू अभिलेख ने सभी कलेक्टर को लिखा पत्र
पटवारियों की हड़ताल को लेकर आयुक्त भू अभिलेख ने कलेक्टर को पत्र लिखा है। पत्र में कहा है कि जिलों में बड़ी संख्या में पअवारी 28 अगस्त से हड़ताल पर हैं। उन्हें सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं। शासकीय कर्मचारियों ने आयोजित हड़ताल, धरना तथा सामूहिक अवकाश आदि के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए हैं। आदेश में कहा गया है कि प्रतिदिन दोपहर 12 बजे तक कार्य से अनुपस्थित पटवारियों की जानकारी भेजी जाए। अनुपस्थित पटवारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। परीवीक्षा अवधि में पदस्थ पटवारियों की सूची उपलब्ध कराई जाए।