REWA NEWS: रीवा और मऊगंज वाले हो जाएं तैयार, फिर बढऩे वाले हैं जमीनों के दाम, दोगुनी हो जाएंगी कीमतें

रीवा और मऊगंज के लोग तैयार हो जाएं। नए वित्तीय वर्ष से दोनेां जिलों की जमीनों के दाम दोगुने से ज्यादा महंगी होने वाली है। पंजीयन विभाग ने खाका तैयार कर लिया है। नए वित्तीय वर्ष में इसे लागू कर दिया जाएगा। रीवा व मऊगंज में 945 लोकेशन तय किए गए हैं।

REWA NEWS: रीवा और मऊगंज वाले हो जाएं तैयार, फिर बढऩे वाले हैं जमीनों के दाम, दोगुनी हो जाएंगी कीमतें
rewa city file photo

रीवा। जिन लोगों को रीवा शहरी क्षेत्र में प्लाट खरीद कर घर बनाने की लालसा है, वह बिना देर किए प्लाट खरीद लें। अन्यथा अप्रैल 24 के बाद अधिकांश लोकेशन में भूखंडों के रेट डेढ़ तो कुछ के दोगुने तक हो जायेंगे। जिला मूल्यांकन समिति रीवा द्वारा नई गाइड लाइन को हरी झंडी दे गयी दी है। नए वित्तीय वर्ष से बढ़ा हुअे रेट लागू होंगे। विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार रीवा व मऊगंज जिले के 945 लोकेशनों में जमीनों के रेट बढऩे की संभावना है। जिसमें रीवा शहरी क्षेत्र के 126 व मऊगंज शहरी क्षेत्र के 19 लोकेशन शामिल हैं। वहीं दोनो जिलों में कृषि क्षेत्र के 800 लोकेशन में जमीनों के दाम बढ़ाए गए हैं। जमीनों के रेट लोकेशन के आधार पर बढ़ाये गये हैं जिसमें 5 प्रतिशत से लेकर 50 प्रतिशत व रीवा शहर के 5 लोकेशन में 100 प्रतिशत जमीन के रेट बढं़ेगे। वैसे तो जमीन विक्रेताओं व कॉलोनाइजरों द्वारा पहले से रेट बढ़ाया जा चुका है लेकिन सरकारी दर कम होने से रजिस्ट्री दौरान स्टाम्प शुल्क कम लगता था। अब रजिस्ट्री खर्च भी डेढ़ से दोगुना तक बढ़ जायेगा। उच्च आर्थिक वर्ग के लोगों को तो ज्यादा असर नहीं होगा लेकिन मध्यम व गरीब परिवारों का शहर में बसने का सपना अधूरा रह सकता है।
जहां की बिक्री ज्यादा, वहां के डेढ़ गुना तक बढ़ेंगे दाम
रीवा-मऊगंज जिले के जिन लोकेशन में जमीन ज्यादा बिक्री हो रहीं, ं वहां की जमीनों के दाम डेढ़ गुना तक बढ़ेंगे। इस संबंध में बताया गया है कि जिला मूल्यांकन समिति ने पिछले दो सालों में जिन क्षेत्रों की जमीनों की रजिस्ट्री ज्यादा हुई व जहां अधिक जमीनें बिक्री हुईं,  उन क्षेत्रों में जमीनों के दाम डेढ़ गुना तक बढ़ाने का प्रस्ताव पास किया है। इस तरह कहा जा सकता है कि रीवा शहर के आसपास के निगम सीमा के भीतर व समीपवर्ती गांवों के दामों वृद्धि की जा रही है। देखा यह जा रहा है कि जिस तरह से पिछले एक दशक में रीवा शहर का विकास हुआ, उसी अनुपात में रीवा की जमीनों के दाम भी बढ़ रहे हैं। एक दशक पूर्व जिन क्षेत्रों में भूखंडों का दाम 100 से 200 रुपए वर्गफीट था,  उनके दाम एक हजार से दो हजार रुपए वर्गफीट तक पहुंच गये हैं।
पांच लोकेशन में 100 प्रतिशत बढ़ेगा दाम
रीवा शहर की पांच लोकशन की जमीनों के दाम 100 प्रतिशत तक बढ़ेगा। जिला मूल्यांकन समिति ने मुहर भी लगा दी है। बताया गया है यह वह लोकेशन हैं जहां किसी सड़क के एक तरफ की जमीन के दाम दूसरी तरफ आधा ही था। लिहाजा दोनों को एक रेट कर दिया गया है। इसे 100 प्रतिशत दर से बढ़ाया गया है।
गोविंदगढ़ व गुढ़ तहसील जमीनों का वर्गीकरण समाप्त
जिला मूल्यांकन समिति ने गोविंदगढ़ व गुढ़ तहसील की जमीनों का वर्गीकरण समाप्त कर दिया है। यहां अब सिंचित व असिंचित कृषि भूमि अलग नहीं रहेंगी। जमीनों का जो दाम तय किया गया है वह सिंचित-असिंचित दोनों के लिए तय होगा। इसके पीछे वजह यह बताई गई है इन दोनों तहसीलों में औद्योगिकीकरण व शहरीकरण ज्यादा हो रहा है इसलिए ऐसा निर्णय लिया गया है।
मऊगंज के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र, दोनों के बढ़े रेट
नवगठित मऊगंज जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में दोनों के रेट बढ़ गये हैं। मऊगंज में कुल 185 लोकेशनों की जमीनों के 5 से 50 प्रतिशत तक दाम बढ़ाए गए हैं। 19 शहरी व 166 ग्रामीण लोकेशन हैं। ज्यादातर मऊगंज कस्बे के पास के व गावों की जमीनों के रेट बढ़ेेंगे। बताया गया है कि जिला बनने के बाद मऊगंज कस्बे के आस-पास की जमीनों की खरीद-फरोख्त ज्यादा बढ़ी है। यहीं कारण है कि यहां की जमीनों के दाम भी बढ़ा दिए गए हैं।
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 जिला मूल्यांकन समिति का प्रस्ताव आ गया है। रीवा-मऊगंज जिले के 945 लोकेशन की जमीनों के दाम 5 प्रतिशत से 50 प्रतिशत बढ़ेंगे। प्रस्ताव को स्वीकृति के लिए शासन की ओर भेजा जायेगा। अगले वित्तीय वर्ष से नया रेट प्रभावी होगा।
 संध्या सिंह, जिला पंजीयन अधिकारी