फर्जी डॉक्टर और झोलाछाप के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी, रीवा कलेक्टर ने दिए यह निर्देश

फर्जी डॉक्टर और झोलाछाप की अब खैर नहीं। कई मरीजों की जान लेने के बाद अब प्रशासन हरकत में आया है। कलेक्टर ने पांच सदस्यीय टीम गठित की है। यह टीम रीवा में फर्जी डॉक्टरों की जांच और कार्रवाई करेगी।

फर्जी डॉक्टर और झोलाछाप के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी, रीवा कलेक्टर ने दिए यह निर्देश
फर्जी चिकित्सक file photo

पांच सदस्यीय टीम बनाई जो रीवा में पकड़ेंगे फर्जी चिकित्सक
रीवा। हर गली मोहल्ले में फर्जी चिकित्सक दुकान खोल कर बैठ गए हैं। गांव गांव में ऐसे फर्जी चिकित्सकों की बाढ़ सी आ गई है। झोलाछाप डॉक्टर गंभीर बीमारियों का भी इलाज कर देते हैं। रीवा में इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। एक महिला का झोलाछाप डॉक्टर ने आपरेशन तक कर दिया था। इसमें महिला की मौत तक हो गई थी। इसके अलावा एक लड़की की गलत दवा करने से उसकी मौत इन्फेक्शन के कारण हो गई थी। लगातारे इस तरह के मामले बढऩे से प्रशासन अब इन पर नकेल कसने जा रहा है। कलेक्टर ने ऐसे फर्जी चिकित्सक और झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश जारी किए हैं। इसके लिए कलेक्टर ने पांच सदस्यीय टीम का भी गठन कर दिया है। यह टीम पूरे जिले में जांच अभियान चलाएगी। फर्जी डॉक्टरों की धरपकड़ कर उनके खिलाफ मामला दर्ज करेगी।
टीम में यह किए गए हैं शामिल
कलेक्टर ने पांच सदस्यीय टीम बनाई है। इसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, संबंधित ब्लाक के अनुविभागीय अधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी और प्रभारी नर्सिंग होम जिला रीवा शामिल किए गए हैं। यह पांच सदस्यीय टीम कार्रवाई करेगी।
कलेक्टर ने आदेश में यह कहा है
जिला कलेक्टर ने आदेश में कहा है कि जिले में अपात्र फर्जी चिकित्सक अन्य प्रदेश में पंजीकृत लेकिन मप्र में अमान्य चिकित्सा पद्धतियों, झोलाछाप चिकित्सक रोगियों का उपचार अवैध रूप से कर रहे हैं। अधिकांश ऐसे चिकित्सक एलोपैथी पद्धति की औषधियां रोगियों को दे रहे हैं। बिना उपयुक्त ज्ञान के इस प्रकार का उपचार घातक एवं जानलेवा होता है। ऐसे कई प्रकरण सामने आए हैं। बिना पंजीयन के जहां अपात्र फर्जी चिकित्सकों द्वारा गलत दवाइयां, आपरेशन, इंजेक्शन लगाने के कारण रिएक्शन से रोगियों को एब्सेस गैंगरीन हुआ। रोगियों की मृत्यु भी हो गई है। जिले के अंदर अवैध रूप से बिना पंजीयन के चिकित्सा व्यवसाय करने वाले फर्जी चिकित्सकों एवं झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध छापामार अभियान चलाकर कार्रवाई के लिए दल गठित किया जा रहा है।