पदोन्नति का मामला: 69 में सिर्फ 31 ने ली पदोन्नति, आज जो छूट गए उनकी होगी काउंसलिंग
प्राथमिक शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षक पद पर पदोन्नति लेने से 10 शिक्षकों ने इंकार कर दिया। वहीं 25 शिक्षक काउंसलिंग में शामिल ही नहीं हुए। सिर्फ 31 शिक्षकों ने सहमति जताई है। वहीं 3 के मामले होल्ड पर डाल दिया गया है।
25 आए ही नहीं और 10 ने पदोन्नति लेने से कर दिया इंकार
प्राथमिक शिक्षक से माध्यमिक शिक्षक की हुई काउंसलिंग
रीवा। ज्ञात हो कि शिक्षकों को पदोन्नति देने की प्रक्रिया आचार संहिता के कारण रोक दी गई थी। अब जाकर फिर से पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सोमवार को सहायक शिक्षक से शिक्षक के पद पर पदोन्नत किए जाने के लिए काउंसलिंग बुलाई गई थी। मंगलवार को प्राथमिक शिक्षक से माध्यमिक शिक्षक पद पर पदोन्नति के लिए काउंसलिंग आयोजित की गई। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में काउंसलिंग का आयोजन किया गया था। सुबह 10.30 बजे से ही काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। सभी शिक्षकों को काउंसलिंग से एक घंटे पहले ही बुलाया गया था। देर शाम तक काउंसलिंग चली। इसमें जिन शिक्षकों को बेहतर स्कूल नहीं मिली। उन्होंने पदोन्नत लेने से इंकार कर दिया। वहीं जिन्हें मनपसंद स्कूलें मिली। उन्होंने हामी भर दी है। कई ऐसे शिक्षक थे जो काउंसलिंग में शामिल भी नहीं हुए। मंगलवार को 69 शिक्षकों की काउंसलिंग होनी थी। इसमें 10 शिक्षकों ने असहमति जाहिर की। वहीं 25 शिक्षक अनुपस्थित रहे। वहीं 31 शिक्षकों ने पदोन्नति स्वीकार कर ली।
3 शिक्षकों के पदोन्नति का प्रकरण होल्ड
योजना अधिकारी अखिलेश मिश्रा ने बताया कि संस्कृत विषय में 38 शिक्षकों को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। इसमें 17 शिक्षक आए ही नहीं। 14 शिक्षकों ने सहमति जताई और 7 शिक्षकों ने पदोन्नति लेने से इंकार कर दिया। वहीं गणित में 16 शिक्षकों की काउंसलिंग होनी थी। 7 शिक्षक अनुपस्थित रहे। 7 शिक्षकों ने पदोन्नति ली और 2 ने लेने से इंकार कर दिया। अंग्रेजी विषय में 15 शिक्षकों को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। इसमें 1 शिक्षक अनुपस्थित रहे। 10 शिक्षकों को पदोन्नति का लाभ मिला और 1 शिक्षक ने असहमति जताई और पदोन्नति का लाभ लेने से इंकार कर दिया। वहीं 3 के प्रकरण होल्ड में हैं।
जिन्हें नहीं मिला मौका उनकी काउंसलिंग आज
कई शिक्षक ऐसे भी थे जिन्हें वरिष्ठता सूची में शामिल नहीं किया गया। जबकि शिक्षक ज्वाइनिंग के आधार पर कई शिक्षकों से परिष्ठता की श्रेणी में आते हैं। उन्होंने काउंसलिंग में शामिल नहीं किए जाने पर अपना अभ्यावेदन प्रस्तुत किया। ऐसे सभी शिक्षकों को बुधवार को बुलाया गया। दस्तावेजों का परीक्षण करने के बाद छूटे हुए शिक्षकों की भी काउंसलिंग की जाएगी।