कांग्रेस में बगावत जारी है, फिर सैकड़ों कांग्रेसियों ने दे दिया इस्तीफा

कांग्रेस में विरोध के सुर थम नहीं रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व ग्रामीण अध्यक्ष के बाद इस्तीफा देने वालों की झड़ी लग गई है। शुक्रवार को एक सैकड़ा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार पर अपमान किए जाने का आरोप लगाया है।

कांग्रेस में बगावत जारी है, फिर सैकड़ों कांग्रेसियों ने दे दिया इस्तीफा

रीवा। सचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी विनय मिश्रा ने होटल सेलिब्रेशन में पत्रवार्ता का आयोजन किया। इस दौरान वार्ड क्रमांक 14 से जिला पंचायत सदस्य मालती मिश्रा ग्राम पंचायत उलही कला जनपद पंचायत रायपुर कर्चुलियान, जनपद सदस्यस तनुजा सिंह, आत्मानंद मिश्रा सदस्य डायरेक्टर सेवा सहकारी समिति, श्रवण ङ्क्षसह सदस्य सेवा सहकारी समिति, रामचरण प्रजापति सरपंच, रजनीश मिश्रा उपसरपंच, रामप्रसाद तिवारी पूर्व सरंपच, विकास मिश्रा यूथ कांग्रेस सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी मौजूद रहे। विनय मिश्रा ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन से राजनीति की शुरुआत की। कांग्रेस पार्टी के साथ उनका परिवार तीन पीढिय़ों से जुड़ा रहा। उनकी मांता श्रीमती मालती मिश्रा ग्राम पंचायत उलही कला जनपद पंचायत राययपुर से सरपंच पद पर निर्वाचित हुईं थी। वर्तमान में वार्ड क्रमांक 14 से जिला पंचायत सदस्य हैं। वह 4 हजार 11 वोटो से जीती थीं। उन्होंने कहा कि चाचा सेवा सहकारी समिति के लगातार 15 वर्षों से प्रतिनिधि जनता चुन रही है। वह खुद कांग्रेस कमेटी के सचिव पद पर हैं। लगातार कांग्रेस कमेटी के कार्यक्रमों में वह शामिल होते आ रहे हैं लेकिन वर्तमान में उनका अनादर किया जा रहा है।  उन्हें पार्टी में पहले जैसा सम्मान नहीं मिल रहा है। हाल ही में कांग्रेस की प्रत्याशी नीलम मिश्रा ने नामांकन पत्र दाखिल किया गया लेकिन उन्हें पूछा तक नहीं गया। उनके क्षेत्र में प्रचार प्रसार भी करने गए लेकिन वहां भी उन्हें नजर अंदाज किया गया। फूलछाप लोगों को ही सर्वेसर्वा बनाकर साथ चल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि निष्ठावान, समर्पित, ईमानदारी से काम करने का परिणाम पार्टी उन्हें अपमानित कर दे रही है। कांग्रेस पार्टी लगातार उपेक्षा कर रही है। तीन पीढिय़ों के कांग्रेस के सिपाही होने के नाते वह पद की चाह नहीं करते लेकिन सम्मान जरूर मांग रहे थे। वह भी पार्टी में नहीं मिल रहा। इसलिए सैकड़ों साथियों के साथ उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि फिलहाल वह किसी पार्टी में शामिल नहीं हो रहे हैं। राजनीति में सक्रिय रहेंगे लेकिन कांग्रेस के लिए काम नहीं करेंगे। उन्होंने इस अपमान की जानकारी पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी देने की कोशिश की लेकिन उन्हीं बातों को किसी ने भीनहीं सुना।  यही वजह है कि सैकड़ों कांग्रेसियों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। विनय सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि जिस उम्मीदवार को देवतालाब से करारी हार मिली फिर से उसी उम्मीदवार को बड़ी जिम्मेदारी दे दी गई। मऊगंज जिला का जिला अध्यक्ष भी बना दिया गया। ऐसे में अन्य कांग्रेस के जमींनी कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज कर दिया गया।
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इन सब ने छोड़ दिया कांग्रेस का साथ
इस्तीफा देने वालों में श्रीमती मालती मिश्रा सदस्य जिला पंचायत वार्ड क्रमांक 14, श्रवण सिंह सदस्य सेवा सहकारी समिति, आत्मानंद मिश्रा सदस्य डायरेक्टर सेवा सहकारी समिति, श्रीमती तनुजा सिंह जनपद सदस्य, रायपुर कर्चुलियान, रामचरण प्रजापति सरपंच, रजनीश मिश्र उप सरपंच, रामप्रसाद तिवारी मुखिया पूर्व सरपंच, विकास मिश्रा यूथ कांग्रेस विधानसभा क्षेत्र देवतालाब, विपिन तिवारी आईटी सेल कांग्रेस विक्षे देवतालाब, आदर्श तिवारी, आईटी सेल, लालमणि साहू, श्रीमती कामना बेगम, मोहम्मद इस्लाम, बशर, बैश, इलियास, इद्रीस, समय कुमार तिवारी, शनत कुमार मिश्रा, बसंत सिंह, उमेश कोल, मझिला साकेत, राधेश्याम विश्वकर्मा, रघुनाथ प्रसाद लोनिया, रामाश्रय दाहिया, श्यालाल कोल, रामविलास कोल, रामकृपाल साकेत, छकौड़ी कोल, गोलू दाहिया, कामता सोनी, ऋषिकेश तिवारी ग्राम उलही, रामनारायण शुक्ला, छन्नू विश्वकर्मा, शोभनाथ तिवारी, त्रिवेन्द्र प्रसाद तिवारी, मो खलील सहित करीब 100 से अधिक कांगेे्रसी शामिल हैं।