एक और पार्टी में बगावत: टिकट किसी और को मिला, नामांकन किसी और ने भर दिया
रीवा में एक और राजनीतिक पार्टी में बगावत के सुर फूट पड़े हैं ।पार्टी ने किसी और नेता का टिकट फाइनल किया था लेकिन नामांकन किसी और ने दाखिल कर दिया है। नामांकन दाखिल करने के बाद पार्टी में खींच तान मचनी तय है। इसका असर वोट बैंक पर भी पड़ेगा। यह बगावत पार्टी छोड़कर जाने की नहीं है ।पार्टी में रहकर ही असर डालने वाली है।
रीवा । हाल ही में समाजवादी पार्टी ने देवतालाब से पहले जारी किए गए उम्मीदवार के नाम में संशोधन किया है। पहले रामयज्ञ सोंधिया को देवतालाब से प्रत्याशी के रूप में उतारने का निर्णय समाजवादी पार्टी ने लिया था। लिस्ट जारी की गई थी लेकिन बाद में इसमें संशोधन करते हुए रामयज्ञ की जगह देवतालाब से सीमा जयवीर सिंह का नाम अलाउंस कर दिया गया। इस घोषणा के बाद देवतालाब में गिरीश गौतम और पद्मेश की मुश्किलें बढ़ाने वाली थी। लेकिन ऐन मौके पर रामयज्ञ ने सब पर पानी फेर दिया। अपने पैर पीछे नहीं खींचे और चुनाव मैदान में कूद पड़े हैं। उन्होंने बुधवार को मऊगंज कलेक्ट्रेट पहुंच कर नामांकन भी दाखिल कर दिया। ऐसे में पार्टी के अंदर ही खींचतान मचनी तय है। इस खींचतान का पूरा फायदा भाजपा और कांग्रेस उठाएंगी।
कांग्रेस छोड़ शामिल हुए और टिकट ले आए थे
वैसे देखा जाए तो सीमा जयवीर सिंह ने भी राम यज्ञ के साथ न्याय नहीं किया। सीमा जयवीर सिंह कांग्रेस में थीं। टिकट नहीं मिली तो वह अचानक पलटी मारी और समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर लीं। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिली और टिकट भी ले आईं। वह भी टिकट तब मिली जब देवतालाब से टिकट के दावेदार की घोषणा कर दी गई थी। रामयज्ञ का नाम अलाउंस कर दिया गया था। इसके बाद रामयज्ञ के नाम में संशोधन कर सीमा सिंह को उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया गया।
सपा की चतुर्थ सूची में 12 वें नंबर पर देवतालाब विस प्रत्याशी के नाम में संसोधन किया गया है।