रीवा की बेटी ने कर दिया ऐसा काम कि देश का हो रहा नाम, अब गई है जापान

रीवा की बेटी ने देशभर में नाम रोशन किया है। उनका अंतर्राष्ट्रीय तैराकी चैंपियनशिप के लिए चयन हुआ है। वह जापान के लिए रवाना भी हो गई हैं। यह प्रतियोगिता जापान के फूकोका शहर में आयोजित होगी । ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाली वह इकलौती हैं।

रीवा की बेटी ने कर दिया ऐसा काम कि देश का हो रहा नाम, अब गई है जापान
श्रद्धा द्विवेदी तैराक

रीवा।देश को गौरवान्वित करने वाली रीवा की बेटी का नाम श्रद्धा द्विवेदी है। उनके पिता त्रिलोकीनारायण द्विवेदी और माता का नाम बबिता द्विवेदी है। श्रद्धा शुरू से ही तैराकी में अपना हुनर दिखाती रही हैं। वह निपनिया मोहल्ले की निवासी हैं । अंबाला में खेली गई 18वीं राष्ट्रीय तैराकी प्रतियोगिता में श्रद्धा द्विवेदी ने कमाल किया था। एक गोल्ड और तीन रजत पदक हासिल किया था। यहां भारत के खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के हाथों श्रद्धा को सम्मानित किया गया । बताया गया है कि श्रद्धा द्विवेदी आठ अगस्त से चौदह अगस्त तक जापान के फुकोका शहर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय तैराकी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पांच अगस्त को रीवा से रवाना हो गई है। 

नवोदय विद्यालय में स्पोर्ट्स टीचर है श्रद्धा 

श्रद्धा द्विवेदी वर्तमान में नवोदय विद्यालय सरई पाली (छत्तीसगढ़) में स्पोर्ट टीचर हैं। उनका चयन भारत की तैराकी टीम में गत दिनों हुआ है। श्रद्धा को फोटोग्राफी, तैराकी और अध्ययन का भी शौक है।गौरतलब है कि केन्द्रीय विद्यालय क्र. 1 की छात्रा रही श्रद्धा द्विवेदी ने एलएनआईपीई कॉलेज यह ग्वालियर से मास्टर आफ फिजिकल एजुकेशन किया है। मां श्रीमती बविता द्विवेदी गवर्नमेंट क्र. 2 रीवा में उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। जबकि पिता त्रिलोकीनारायण द्विवेदी पेशे से कृषक हैं।

रीवा के लिए बड़ी उपलब्धि 

अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में तैराकी के क्षेत्र में भाग लेने वाली श्रद्धा द्विवेदी रीवा की पहली खिलाड़ी बन गई है। इसके पहले कबड्डी में दर्शना वाकड़े ने एशियन गेम्स में हिस्सा लिया था। 18वीं राष्ट्रीय तैराकी प्रतियोगिता में पहली बार भाग लेकर श्रद्धा ने कुल चार पदक हासिल किए थे। जिसमें एक गोल्ड मेडल और तीन रजत पदक शामिल हैं। तैराकी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते इस बार भारतीय टीम में श्रद्धा द्विवेदी का चयन हुआ है।