बुरे फंस गए रीवा डीएफओ अब संघ भी पीछे पड़ गया, सीसीएफ से कर डाली यह मांग

रीवा डीएफओ अपनी कार्यप्रणाली के कारण विवादों में फंस गए हैं। वनरक्षक को घर बुलाकर गालीगलौज करने और मारने के लिए दौड़ाए थे। इसकी शिकायत सीसीएफ से वन रक्षक से की थी। संघ को भी सूचना दी थी। अब संघ वन रक्षक के समर्थन में आ खड़ा हुआ है। मप्र वन कर्मचारी संघ ने डीएफओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आरपार की लड़ाई पर उतर आया है। सीसीएफ को ज्ञापन सौंप कर मामले की जांच कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

बुरे फंस गए रीवा डीएफओ अब संघ भी पीछे पड़ गया, सीसीएफ से कर डाली यह मांग

डीएफओ ने वनरक्षक से की गाली गलौज, सीसीएफ ने की शिकायत
रीवा। ज्ञात हो कि वन परिक्षेत्र रीवा में पदस्थ वनरक्षक आयुष तिवारी के साथ 29 जून को डीएफओ रीवा अनुपम शर्मा ने दुव्र्यवहार किया था। घर पर बुलाकर आयुष तिवारी को मोबाइल अपने पास रख लिया था। इसके बाद उसके साथ गालीगलौज की थी। गाली देने का विरोध करने पर डीएफओ आयुष तिवारी को मारने के लिए भी दौड़ाए थे। इसकी शिकायत आयुष तिवारी ने सीसीएफ रीवा वृत्त रीवा से लिखित की थी। साथ ही मप्र वन कर्मचारी संघ को  को भी पत्र लिखकर सूचित किया था। आयुष तिवारी के समर्थन में मप्र वन कर्मचारी संघ आ गया है। संघ ने सीसीएफ रीवा को ज्ञापन सौंप कर  डीएफओ के कृत्य की घोर निंदा की है साथ ही कहा है कि 7 दिन के अंदर मामले की वरिष्ठ अधिकारियों से निष्पक्ष जांच कराई जाए। इस जांच में संघ के पदाधिकारियों को भी शामिल किए जाने की मांग की गई है। साथ ही सीसीएफ को संघ ने चेतावनी भी दी है कि यदि मामले में संतोषजनक कार्रवाई नहीं होती है तो संघ कठोर कदम उठाने के लिए बाध्य होगा।


संघ ने कहा कई कर्मचारियों से कर चुके हैं अभद्रता
संघ ने सीसीएफ को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि डीएफओ रीवा पूर्व में भी इस तरह का व्यवहार वनमंडल अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र के कर्मचारियों के साथ कर चुके हैं। जिसकी मौखिक जानकारी परिक्षेत्र के कर्मचारियों द्वारा दी जाती है। कर्मचारियों पर वनमंडलाधिकारी रीवा की इतनी अधिक दहशत है कि कोई इसकी लिखित शिकायत नहीं किया। आयुष तिवारी वनरक्षक ने वनमंडलाधिकारी रीवा पर जो आरोप लगाए हैं वह अत्यंत की संगीन हैं। वन कर्मचारी संघ वनमंडलाधिकारी रीवा ने इस कृत्य की निंदा की है। साथ ही यह भी कहा है कि ऐसे अधिकारियों की वजह से ही कर्मचारियों का मनोबल गिर रहा है।