रीवा वन विभाग ने फिर जब्त की 1 ट्रक लकडिय़ां, इस वजह से जब्त की गई
वन विभाग ने चाकघाट नाके से साल की दो ट्रक लकडिय़ां जब्त की थी। बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया था। इस कार्रवाई के दूसरे दिन फिर से वन विभाग ने जरहा में दबिश देकर 1 ट्रक लकड़ी जब्त की है। इसकी कीमत भी लाखों रुपए में आंकी जा रही है। जब्त की गई लकडिय़ों से जुड़े दस्तावेज संबंधित व्यक्ति मौके पर नहीं दिखा पाया। इसलिए वन विभाग की टीम लकड़ी जब्त कर रेंज आफिस ले आई।
रीवा। मिली जानकारी के अनुसार एसडीओ पूजा नागले वन विभाग के कर्मचारियों के साथ शनिवार को मनगवां पहुंची। यहां शुभम तिवारी जरहा के टॉल से ट्रक में यूके लिप्टस की लकडिय़ां लोड हो रही थी। इसी दौरान एसडीओ ने पहुंच कर स्टॉक आदि की जांच की। इसके अलावा ट्रक में लोड किए जा रहे लकडिय़ों की भी जानकारी ली। मौके पर टॉल संचालक शुभम तिवारी टीपी उपलब्ध नहीं करा पाए। इसी बात पर मामला बिगड़ गया। शुभम तिवारी के दस्तावेज नहीं दिखाए जाने के बाद एसडीओ के निर्देश पर ट्रक में लोड लकडिय़ां जब्त कर रेंज आफिस रीवा ले आया गया। फिलहाल लकडिय़ों को रेंज आफिस में ही रखा गया है। अब वर्किंग डे में लकडिय़ों से जुड़े दस्तावेज की जांच की जाएगी। टॉल संचालक को भी दस्तावेज प्रस्तुत करने का समय दिया गया है। यदि दस्तावेज नहीं दिखा पाए तो कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।
अमलाई पेपर मील भेजी जा रही थी लकडिय़ां
मिली जानकारी के अनुसार शुभम तिवारी के पास लकडिय़ों के व्यापार का लाइसेंस है। यह लकडिय़ों को स्टोर कर सप्लाई करने का काम करते हैं। यह अधिकांश लकडय़ां अमलाई पेपर मील को भेजते हंै। शनिवार को भी जब एसडीओ ने मौके पर पहुंच कर जांच की तो लकडिय़ां ट्रक में लोड हो रही थी। इसी दौरान वह फंस गए और टीपी नहीं दिखा पाए। अब टीपी के आवेदन की जांच की जाएगी।
फर्जी टीपी से लकडिय़ों के परिवहन से मचा है हड़कंप
ज्ञात हो कि फर्जी टीपी से रीवा शहडोल से लंबे समय से लकडिय़ों का अवैध परिवहन चल रहा था। इसका खुलासा हाल ही में वन विभाग ने किया है। चाकघाट में करीब 25 से 30 लाख रुपए कीमती साल की लकडिय़ां पकड़ी गई है। इन्हें फर्जी टीपी के सहारे यूपी ले जाया जा रहा था। यही वजह है कि फर्जी टीपी का मामला सामने आने के बाद अब सभी पर नजर रखी जा रही है।