ट्रांसफार्मर के लिए सतना का चक्कर लगाते लगाते थक गए रीवा के कर्मचारी, एक भी नहीं मिला, बुधवार को गए ही नहीं

रीवा में सैकडों गांव अंधेरे में है। ट्रांसफार्मर नहीं बदले जा रहे। सतना स्टोर से जले ट्रांसफार्मर के बदले नए ट्रांसफार्मर नहीं मिल रहे हैं। दो दिनों से गाडिय़ां सतना दौड़ रही थी। तीसरे दिन आउटसोर्स कर्मचारियों ने जाने से हाथ खड़े कर दिए। विद्युत विभाग के अधिकारियों की मानमानी के कारण रीवा की हालत खराब है। सतना स्टोर में सुबह से गाडिय़ां पहुंच जाती है लेकिन शाम 5 बजे अलाटमेंट नहीं मिलता। इकसे कारण फिर बेरंग लौटना पड़ता है। यह पिछले दो दिनों से सिलसिला जारी है।

ट्रांसफार्मर के लिए सतना का चक्कर लगाते लगाते थक गए रीवा के कर्मचारी, एक भी नहीं मिला, बुधवार को गए ही नहीं
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शाम 5 बजे तक इंतजार करने के बाद आता है अलाटमेंट
फिर शुरू होता है लोडिंग अपलोड, दो दिनों से नहीं ही नहीं लगा
रीवा। ज्ञात हो कि रीवा में करीब 100 से अधिक ट्रांसफार्मर जले हुए हैं। इन जले हुए ट्रांसफार्मरों को विभाग चाह कर भी बदल नहीं पा रहा है। सतना स्टोर से जले हुए ट्रांसफार्मरों के बदले सुधरे हुए ट्रांसफार्मर मिलने हैं। सोमवार और गुरुवार को स्टोर से ट्रांसफार्मर मिलने का दिन तय है लेकिन इस सोमवार को रीवा के किसी भी डिवीजन का नंबर नहीं लगा। सिरमौर, मऊगंज, मनगवां और त्योंथर से गाडिय़ां पहुंची लेकिन अलाटमेंट ही नहीं पहुंचा। इसके कारण गाडिय़ों को बेरंग लौटना पड़ा। मुख्य अभियंता कार्यालय से ही ट्रांसफार्मर को लेकर अलाटमेंट आनलाइन जारी होता है। इसमें कोताही बरती गई। इसके कारण सोमवार को ट्रांसफार्मर इश्यू नहीं हुए। इसके बाद ट्रांसफार्मर मिलने की उम्मीद में फिर से रीवा से गाडिय़ां मंगलवार को सतना स्टोर भेजी गई। शाम 5 बजे तक कर्मचारियों ने इंतजार किया। अलाटमेंट नहीं पहुंचा। स्टाफ को वापस लौटना पड़ा। बुधवार को भी स्टाफ को जाना था लेकिन आउटसोर्स कर्मचारियों ने हाथ खड़े कर दिए। गाडिय़ां नहीं भेजी गईं। गुरुवार को फिर अलाटमेंट का दिन है। सभी को गुरुवार को स्टोर से ट्रांसफार्मर मिलने की उम्मीद है लेकिन कुछ अव्यवस्थाएं विद्युत विभाग के कर्मचारियों, अधिकारियों को अभी भी परेशान कर रही हैं। गुुरुवार को भी यदि कर्मचारी गए और ट्रांसफार्मर नहीं मिले तो सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगी।
इन कर्मचारियों को सबसे अधिक परेशानी
ट्रांसफार्मर लेकर सतना स्टोर जाने वालों में आउटसोर्स कर्मचारी शामिल होते हैं। इन्हें विभाग से मामूली वेतन मिलता है। इसी वेतन के सहारे कर्मचारी परिवार का भरण पोषण करते हैं। सतना जाने और आने में पूरा दिन लग जाता है। इस दौरान इन कर्मचारियों को किसी तरह का अतिरिक्त भुगतान नहीं किया जाता है। खाने पीने का इंतजार आउटसोर्स कर्मचारियों को खुद करना पड़ता है। ती दिनों से लगातार कर्मचारी सतना जा रहे हैं लेकिन ट्रांसफार्मर नहीं मिल रहा है। ऐसे में आउटसोर्स कर्मचारियों को दिन भर भूखे रहना पड़ रहा है।
अलाटमेंट में विसंगति ने बढ़ाई परेशानी
ट्रांसफार्मर अलाटमेंट में विसंगतियां परेशानी बढ़ाती है। सोमवार और गुरुवार को ट्रासंफार्मर रीवा जिला को अलाट होता है। इन दिनों में डिवीजन को कितने ट्रांसफार्मर मिलने हैं इसका अलाटमेंट शाम 5 बजे जारी होता है। अलाटमेंट के लिए कर्मचारियों को सतना में सुबह से शाम 5 बजे तक इंतजार करना पड़ता है। अलाटमेंट नहीं मिलने पर पूरा दिन खराब होता है। यह विभाग की विसंगति है। यदि इस अलॉटमेंट को एक दिन पहले ही जारी कर दिया जाए तो कर्मचारियों का समय बचेगा और शासन की राशि भी बचेगी। अभी डीजल के नाम पर हजारों रुपए बर्बाद हो रहे हैं।