80 अमृत स्टेशनों में रीवा का भी नाम, अब तेजी से होगा रेलवे स्टेशन का विस्तार
विकास की बात हो और रीवा का नाम न आए अब ऐसा नहीं हो सकता। मप्र में यदि विकास की बात होती है तो रीवा का नाम सबसे पहले लिया जाता है। अब यह नाम केन्द्र तक पहुंच गया है। अब केन्द्र से बजट जारी होता है और कोई योजना का नाम आता है तो उसमें रीवा का भी हिस्सा जोड़ा जाता है। ऐसा ही रेलवे के बजट में भी हुआ। मप्र के 80 स्टेशनों को अमृत स्टेशन में जगह दी गई। इसमें रीवा को भी जोड़ा गया है। इससे रेलवे स्टेशन को आने वाले दिनों में चार चांद लगने तय हैं
रीवा। रीवा हर क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही में रीवा को एयरपोर्ट की सौगात मिली। रीवा में जहां सड़क की कनेक्टिविटी तक नहंी थी। अब यहां लोग हवाई जहाज से आना जाना कर रहे हैं। रही बात रेलवे की तो अब रीवा से भी आगे पटरियां बिछनी शुरू हो गई है। काम सरपट दौड़ रहा है। गोविंदगढ़ तक रेलवे लाइन का काम पूरा हो चुका है। ट्रेन का ट्रायल भी हो चुका है। अब सिर्फ ट्रेन को हरी झंडी दिखाने का इंतजार है। इस रेल बजट में सरकार ने रीवा के लोगों का ख्याल रखा। 80 अमृत स्टेशन में रीवा को भी जोड़ा गया है। अब यहां तेजी से विकास होगा। अब तक जबलपुर, भोपाल के स्टेशनों को ही देखकर आंखे चौंधियाती थी लेकिन अब वाले समय में यहां का स्टेशन भी लोगों को हैरान कर देगा। अमृत स्टेशन योजना के तहत कई काम होंगे। यात्रियों के सुविधाओं में इजाफा होगा। मुफ्त वाइफाई, लिफ्ट सुविधाएं तो मिलेंगी ही साथ ही स्थानीय उत्पाद को भी बढ़ावा देने का प्रयास शुरू हो जाएगा। रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
यह सारी सुविधाएं यात्रियों को मिलेगी
अमृत भारत स्टेशन योजना में रीवा के शामिल होने से यात्रियों को काफी सुविधाएं मिलेगी। यहां से यात्रा शुरू करने वाले यात्रियों को स्टेशन में मुफ्त वाईफाई की सुविधा मिलेगी। स्टेशन मे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जाएगा। खानपान की व्यवस्था और सुविधाों में इजाफा किया जाएगा। स्टेशन से आसपास के शहरी क्षेत्रों को सीधे तौर पर जोडऩे का काम किया जाएगा। स्टेशन में प्रतीक्षालय, शौचालय, लिफ्ट और एस्केलेटर जैसी सुविधाएं मिल सकेंगी।
मध्य प्रदेश के लिए रेल बजट 2025-26 में ऐतिहासिक सौगातें
रेल मंत्री के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश के लिए घोषित रेल बजट 2025-26 में राज्य को रेल अवसंरचना के विकास के लिए अभूतपूर्व सौगातें दी गई हैं। इस बजट में ₹14,745 करोड़ का भारी भरकम बजटीय आवंटन किया गया है, जो राज्य के रेल नेटवर्क के विस्तार और आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।रेल बजट 2025-26 के तहत राज्य में 31 नई रेल परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है, जिनकी कुल लंबाई 5,869 किलोमीटर है और इन पर ₹1,04,987 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है। इन परियोजनाओं के पूरा होने से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों को बेहतर रेल कनेक्टिविटी मिलेगी और यात्री सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार होगा।
मप्र के यह 80 स्टेशन हुए अमृत
यात्रियों की सुविधा के लिए मध्य प्रदेश के 80 स्टेशनों को 'अमृत स्टेशन' के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिन पर कुल ₹2,708 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इन स्टेशनों में अकौड़िया, आमला, अनुपपुर, अशोकनगर, बालाघाट, बनापुरा, बरगवां, ब्योहारी, बेरछा, बैतूल, भिंड, भोपाल, बिजुरी, बीना, ब्यावरा राजगढ़, छिंदवाड़ा, डबरा, दमोह, दतिया, देवास, गाडरवारा, गंजबासोदा, घोड़ाडोंगरी, गुना, ग्वालियर, हरदा, हरपालपुर, इंदौर जंक्शन, इटारसी जंक्शन, जबलपुर, जुन्नारदेव, करेली, कटनी जंक्शन, कटनी मुरवारा, कटनी साउथ, खाचरोद, खजुराहो जंक्शन, खंडवा, खिरकिया, लक्ष्मीबाई नगर, *मैहर,* मक्सी जंक्शन, मंडला फोर्ट, मंदसौर, एमसीएस छतरपुर, मेघनगर, मुरैना, मुलताई, नागदा जंक्शन, नैनीपुर जंक्शन, नर्मदापुरम (होशंगाबाद), नरसिंहपुर, नेपनागर, नीमच, ओरछा, पांढुर्ना, पिपरिया, रतलाम, *रीवा,* रुथियाई, सांची, संत हिरदाराम नगर, *सतना,* सागर, सीहोर, सिवनी, शहडोल, शाजापुर, श्यामगढ़, श्योपुर कलां, शिवपुरी, श्रीधाम, शुजालपुर, सिहोरा रोड, *सिंगरौली*, टीकमगढ़, उज्जैन, उमरिया, विदिशा और विक्रमगढ़ आलोट जैसे प्रमुख स्टेशन शामिल हैं।
यह काम मील का पत्थर साबित हो रहे
स्टेशन पुनर्विकास परियोजनाओं के तहत रानी कमलापति, ग्वालियर, खजुराहो, *सतना,* इंदौर, बीना और जबलपुर जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों के पुनर्विकास पर ₹1,950 करोड़ की लागत से कार्य किया जा रहा है।राज्य में रेलवे सुरक्षा के लिहाज से भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। 'कवच' तकनीक के अंतर्गत 3,572 किलोमीटर रेल मार्ग पर सुरक्षा कार्य स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 1,422 किलोमीटर पर कार्य प्रगति पर है। यह तकनीक ट्रेन संचालन के दौरान दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करेगी और यात्रियों की सुरक्षा को और मजबूत बनाएगी।मध्य प्रदेश में विद्युतीकरण के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की गई है। राज्य में 2,808 किलोमीटर रेल मार्ग का विद्युतीकरण पूरा किया जा चुका है, जिससे मध्य प्रदेश 100 प्रतिशत विद्युतीकृत राज्य बन चुका है। इसके अलावा, राज्य में 2,456 किलोमीटर नई पटरियों का निर्माण किया गया है, जो डेनमार्क के पूरे रेल नेटवर्क के बराबर हैयात्रियों के बेहतर अनुभव के लिए मध्य प्रदेश में 4 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है, जो राज्य के 14 जिलों को जोड़ती हैं और 18 अद्वितीय स्टॉपेज प्रदान करती हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए 69 लिफ्ट, 41 एस्केलेटर और 408 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा भी प्रदान की गई है।वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सौरभ कटारिया ने बताया कि इस बजट से न केवल रेलवे नेटवर्क का विस्तार होगा बल्कि राज्य में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। रेलवे के आधुनिकीकरण और यात्री सुविधाओं के विस्तार से मध्य प्रदेश के आर्थिक विकास को एक नई दिशा मिलेगी।मध्य प्रदेश के लिए यह रेल बजट राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास के साथ-साथ यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए भी मील का पत्थर साबित होगा।