चन्द्रयान 3 की लांचिंग में रीवा के साइंटिस्टों ने भी निभाया अहम रोल, एक बेटा तो दूसरा है दामाद

देश ने जहां चन्द्रयान 3 लांच कर इतिहास रच दिया है। वहीं इस लांचिंग से रीवा का भी मान बढ़ा है। रीवा के दामाद ओम पाण्डेय और लाल सीनियर साइंटिस्ट तरुण सिंह भी इसका हिस्सा हैं। श्रीहरिकोटा स्टेशन में चन्द्रयान की लांचिंग टीम में साइंटिस्ट ओम पाण्डेय भी शामिल हैं। इन्हें फेज वन और टू के मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। लांचिंग के दौरान नेहरू नगर में जश्न जैसा माहौल रहा। ससुराल में पत्नी, बेटा के साथ सास, ससुर और वार्ड पार्षद, मोहल्ले के लोगों ने भी इस एतिहासिक उपलब्धि का जश्न मनाया।

चन्द्रयान 3 की लांचिंग में रीवा के साइंटिस्टों ने भी निभाया अहम रोल, एक बेटा तो दूसरा है दामाद
चन्द्रयान 3 की सफलता पर जश्न

साइंटिस्ट ओम पाण्डेय की फोटो 

रीवा। शुक्रवार का दिन देश के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जाएगा। भारत अब चन्द्रमा तक पहुंच जाएगा। श्रीहरिकोटा से चन्द्रयान 3 की लांचिंग की गई है। सफलता पूर्वक चन्द्रयान 3 ने उड़ान भरी। इसरो के वैज्ञानिकों ने यह कमाल कर दिखाया है। चन्द्रयान 3 की लांचिंग श्रीहरिकोटा से 2.35 बजे किया गया हैं। इस ऐतिहासिक उपलब्धि का हिस्सा रीवा की बेटी के पति भी बने। नेहरू नगर निवासी हरिश्चन्द्र शुक्ला की बेटी शिखा पाण्डेय का विवाह इसरो वैज्ञानिक ओम पाण्डेय के साथ हुआ है। ओम पाण्डेय चन्द्रयान 3 का हिस्सा रहे। श्रीहरिकोटा में चन्द्रयान 3 की लांचिंग के दौरान वह भी मौजूद रहे। ओम प्रकाश पाण्डेय ने आईआईटी कानपुर से पास किए हंै। गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं। एमटेक भी किया है। इन्होंने एमटेक ईसी से किया है। उन्होंने चन्द्रयान तीन की लाचिंग में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। वह चन्द्रयान फेस वन, टू की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। इस ऐतिहासिक दिन का नेहरू नगर के लोग भी हिस्सा बने। हरिश्चन्द्र शुक्ला के घर पर ही पूरा मोहल्ला मौजूद रहा। बेटी शिखा और उनका पुत्र कृषिभ पाण्डेय भी पिता के कार्यों को टीवी पर देख रहे थे। घर पर जश्न का माहौल रहा। वार्ड क्रमांक 13 की पार्षद संजय नम्रता सिंह ने इसे रीवा के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है।

कैमरा क्वालिटी इंश्योरेंस की जिम्मेदारी तरुण सम्हाल रहे

रीवा के लाल तरुण सिंह बघेल पिता दिलराज सिंह निवासी इटौरा नईगढ़ी भी इसरो में सीनियर साइंटिस्ट हैं। वह वर्ष 2019 से चन्द्रयान 3 प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं। उन्हें पेलोड क्वालिटी इंश्योरेंस की जिम्मेदारी दी गई है। इन्हीं के निगरानी में लगे कैमरे चन्द्रमा की तस्वीरें खींचकर भेजेंगे।