महिला कांग्रेस की बैठक में बवाल, सिंगरौली की पूर्व जिपं अध्यक्ष ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पर लगाए जूते मार कर बाहर करने के आरोप

मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में महिला कांग्रेस की बैठक में बवाल मच गया। सिंगरौली की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मधु शर्मा और राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा के बीच जुबानी जंग छिड़ गई। बात जूते मारने तक पहुंच गई। बाद में मामले को शांत कराया गया। मधु शर्मा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर जमकर बवाल मचाया। वह अपेक्षित पदाधिकारियों की सूची से खुद का नाम गायब होने से नाराज हुईं थी।

महिला कांग्रेस की बैठक में बवाल, सिंगरौली की पूर्व जिपं अध्यक्ष ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पर लगाए जूते मार कर बाहर करने के आरोप

मधु शर्मा ने कहा लिस्ट में हमारा नाम नहीं है, क्या हम जूते खाने आए हैं
अलका लांबा ने कहा आप जूते खाने के ही लायक हैं
भोपाल। मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में महिला कांग्रेस जिला अध्यक्षों और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी। राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा बैठक लेने पहुंची थी। लेकिन हार पर समीक्षा और नई रणनीति बनने की बजाए हंगामा खड़ा हो गया। बैठक में अलका लांबा और सिंगरौली की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मधु शर्मा के बीच हॉट टॉक हो गई। दरअसल अपेक्षित पदाधिकारियों की सूची में अपना नाम नहीं मिलने पर मधु शर्मा भड़क गई। मधु शर्मा ने पूछा कि हम महासचिव हैं तो हमारा नाम क्यों नहीं है? जिन लोगों के नाम लिस्ट में हैं, उनमें से मात्र 15-20 महिलाएं ही आई हैं, तो हम क्या जूता खाने आए हैं। फिर कहा कि इन्हें जूते मारकर बाहर निकाले। मधु शर्मा की बात सुनकर अलका लांबा ने कहा-आप जूता खाने लायक हैं। ये बात सुनकर मधु गुस्से में बैठक सभागार से बाहर निकलीं, और अलका लांबा के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली।


मधु शर्मा ने बैठक से बाहर निकल कर जमकर भड़ास निकाली
 पीसीसी में ही मधु शर्मा ने कहा कि मैं दो-दो बार जिला की जिला पंचायत अध्यक्ष रही हूं। हम अर्जुन सिंह के जमाने से कांग्रेस में काम कर रहे हैं, सीनियर हैं। ये (अलका लांबा) तो आज आई हैं। दस बार आप पार्टी में गई, यहां गईं, वहां गईं। इनका बात करने का तरीका ठीक नहीं, अव्यावहारिक महिला हैं। विपरीत परिस्थितियों में जो लोग अभी काम कर रहे हैं। वही असली नेता हैं। इनको बात करने का बिल्कुल भी तरीका नहीं हैं। सब बर्दाश्त करेंगे लेकिन मैं बर्दाश्त नहीं करूंगी। बड़े-बड़े मंत्री पुत्रों को हम हरा चुके हैं। आरक्षण वाले नहीं हैं। महिला आरक्षण से नहीं आए हैं। हमारा नाम नहीं है तो क्या बोलेंगे नहीं? हम लोगों की नियुक्तियां फर्जी हैं क्या? मधु शर्मा कांग्रेस कार्यालय में ही जोर-जोर से अलका लांबा को खरी-खोटी सुना रहीं थीं तो महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने उन्हें शांत कराया, और मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक के कक्ष में लेकर पहुंची। नायक ने उन्हें सांत्वना दी। नायक को बैठक में हुए व्यवहार के बारे में बताते हुए मधु शर्मा फूट-फूट कर रोने लगीं।