कांग्रेस के टिकट वितरण से सपा प्रमुख नाराज अखिलेश यादव ने कह डाली इंडिया को लेकर यह बड़ी बात
इंडिया ( INDI) गठबंधन में दरार आ गई है। कांग्रेस सिर्फ अंत:कलह से ही नहीं जूझ रही है। टिकट वितरण में सपा को भी नाराज कर दिया है। टिकट वितरण के 1 दिन पहले कमलनाथ ने सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात कही थी, लेकिन उम्मीदवारों की घोषणा के बाद दोनों में मनभेद हो गया है। कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को भी धोखा दे दिया। ऐसा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री यूपी अखिलेश यादव ने लगाए हैं। उन्होंने कहा यदि इस बात की जानकारी होती की I. N. D.I. गठबंधन विधानसभा चुनाव में लागू नहीं होगा तो हम कांग्रेस से बात भी नहीं करते और उनका फोन भी नहीं उठाते।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बयान में कहा कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कई बार जो मुख्यमंत्री थे वह भी मीटिंग में रहे। मीटिंग बुलाई गई। समाजवादी पार्टी से टिकट वितरण को लेकर पूंछा गया तो हमने पूरी परफॉर्मेंस बताई। समाजवादी पार्टी के विधायक कहां-कहां जीते, सारी जानकारी दी। किस जगह पर हम नंबर दो पर रहे यह भी जानकारी दी। पूरी चर्चा हुई। रात 1:00 बजे तक समाजवादी पार्टी के नेताओं को जगाया गया। समाजवादी पार्टी से बातचीत की। पूरे आंकड़े देखें और आश्वासन दिया कि हम 6 सीटों पर विचार करेंगे। लेकिन जब रिजल्ट आया। सीट घोषित की गई तो समाजवादी शून्य पर रही। यदि मुझे पहले दिन पता होता कि विधानसभा स्तर पर इंडिया का कोई गठबंधन नहीं है तो हम मिलने भी नहीं जाते हैं। हम कांग्रेस को कोई सूची भी नहीं देते और ना ही कांग्रेस वालों का फोन उठाते।
विधानसभा चुनाव में इसके साइड इफेक्ट कांग्रेस को झेलने पड़ेंगे
सपा की नाराजगी की कीमत कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में चुकानी पड़ सकती है। समाजवादी पार्टी ने भी कई सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कई सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करना बाकी है। सपा के उम्मीदवार भले ही सभी सीटों पर जीत दर्जन न कर पाएं लेकिन कांग्रेस का वोट काटने का काम जरुर करेंगे। अभी तक दोनों गठबंधन की बातें कर रहे थे और साथ मिलकर बीजेपी को हराने की योजना चल रही थी। लेकिन मध्य प्रदेश टिकट वितरण व्यवस्था ने दोनों के बीच खाई बढ़ा दी हैं। अखिलेश यादव को नाराज कर कांग्रेस ने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है।