सेमरिया हत्याकांड: कांग्रेसियों पर मामला दर्ज हुआ, थाना प्रभारी हटे लेकिन पीडि़त का बयान नहीं हुआ, एसपी कार्यालय पहुंची

सेमरिया में युवक की हत्या के बाद जमकर हंगामा मचा। परिजन और कांग्रेसियों ने सड़क पर जाम लगाया। बाजार बंद कराया। हंगामा के कारण थाना प्रभारी को हटा दिया गया। कांग्रेसियों पर मामला दर्ज हो गया। इतना कुछ होने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई। पुलिस ने पीडि़त के बयान तक नहीं दर्ज किए। पीडि़त परिवार को धमकियां मिल रही हैं। पीडि़त परिवार ने इन्हीं मांगों को लेकर एसपी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है।

पीडि़त परिवार पहुंचा एसपी कार्यालय, कार्रवाई पर उठाए सवाल
लगातार पीडि़त परिवार को मिल रही धममियां, बयान बदलने का दबाव देने का आरोप
रीवा। सेमरिया में चाकू मार कर हुई हत्या के बाद कांग्रेस ने सड़क पर जाम लगा दिया था। बाजार बंद कराई थी। कांग्रेस के हंगामा के बाद सेमरिया थाना के प्रभारी को हटना पड़ा था। हत्या के मामले में 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। शनिवार को पीडि़त परिवार एसपी कार्यालय पहुंचा। एसपी के नाम एडिशन एसपी केा ज्ञापन सौंपा। पीडि़त परिवार ने बताय कि  सेमरिया निवासी अजय केवट की 11 नवंबर को चाकू मार कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में काफी हंगामा के बाद 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। अब तक पुलिस इन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है।
एसपी कार्यालय पहुंची ज्योति केवट, गुड्डी केवट, पूनम केवट, बेबी केवट में कहा कि अजय केवट को घर से वारदात के दिन बहलाफुसला कर घर से देवेन्द्र त्रिपाठी बाजार सब्जी खीदने के बहाने ले गया था। जहां देवेन्द्र त्रिपाठी के सामने अजय की हत्या कर दी गई थी। 15 नवंबर को सबह सेमरिया के पूर्व विधायक देवेन्द्र त्रिपाठी, राजेन्द्र विश्वकर्मा, संदीप द्विवेदी, रन्नू पाण्डेय, नंदू अग्निहोत्री, विवेक गौतम सहित अन्य लोगों के साथ उनके घर पर पहुंचे। सभी ने धमकी देकर बयान बदलने का आरोप लगाया। 1 लाख रुपए जबरदस्ती देने का भी आरोप लगाया। मृतक के परिजनों का कहना है कि वारदात को 12 दिन बीत गए लेकिन उनके कथन मामले में नहीं कराया गया। पीडि़त परिवार पर आरोपी लगातार मामले को प्रभावित करने मेंजुटे हुए हैं। लगातार धमकियां मिल रही है। एसपी से पीडि़तों ने आरोपियों और सरहंगों से बचाने की गुहार लगाई है।