शिवपुरी की जिस लड़की के किडनैपिंग में हुआ खुलासा, लड़की ने दोस्तों के साथ ही रची थी साजिश, यहां से बनी थी प्लानिंग
शिवपुरी की एक छात्रा के अपहरण ने प्रदेशभर में हड़कंप मचा दिया था। पिता के मोबाइल पर लड़की के अपहरण की फोटो और फिरौती के रूप में 30 लाख रुपए की डिमांड भेजी गई थी। इसका खुलासा पुलिस ने किया है। लकड़ी ने ही दोस्तों के साथ मिलकर अपने अपहरण की झूठी कहानी बनाई थी। इतना ही नहीं लड़की कोटा में भी नहीं मिली। इंदौर से पूरी कहानी रची गई थी। पुलिस ने खुलासा कर दिया है।
कोटा में नहीं रहती थी छात्रा, इंदौर में लीव इन में रह रही थी
क्राइम ब्रांच ने एक युवक को भी हिरासत में लिया है
इंदौर। कोटा में अपहृत हुई जिल के बैराड़ के स्कूल संचालक की बेटी के मामले का खुलासा हो गया है। छात्रा की किसी ने किडनैपिंग नहंी की थी। छात्रा ने अपने दोस्त के साथ ही मिलकर किडनैपिंग की कहानी रची थी। कोटा पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए एक युवक को भी धरदबोचा है।
---------
कोटा में रहती ही नहीं थी छात्रा
छात्रा ने अपने घर वालों से भी झूठ बोला। पुलिस अधीक्षक कोटा ने खुलासा करते हुए बताया कि छात्रा काव्या की मां तीन अगस्त को कोटा आई थी। एक कोचिंग सेंटर में पंजीयन का फार्म ली थीं। एक हास्टल में रहने की बात भी तय की गई थी। छात्रा को वहीं पर छोड़कर मां वापस लौट गई। इसके बाद छात्रा भी वहां से चंपत हो गई। छात्रा इंदौर पहुंच गई और अपने दोस्त के साथ लीवइन में रहने लगी थी।
---------
जहां रहते थे वहीं किचन से भेजी तस्वीर
पिता के वाट्सअप में जो तस्वीर भेजी गई थी। वह इंदौर में जहां पर छात्रा और उसका दोस्त रहते थे। वहीं पर खींची गई है। छात्रा के हाथ पैर बांध कर फोटो खींचा गया था। यह किचन में फोटो शूट किया गया था। कोटा पुलिस की एक टीम इंदौर और एक टीम जयपुर में मौजूद है।
विदेश जाना चाहती थी छात्रा
किडनैपिंग की सारी योजना छात्रा ने दोस्त के साथ मिलकर बनाया था। छात्रा किडनैपिंग के माध्यम से ही पिता से रुपए ऐंठ कर विदेश जाना चाहती थी। परिजनों को कोटा में रहकर नीट की तैयारी करने की जानकारी छात्रा देती रही। पुरुष मित्र के साथ मिलकर यह सारी साजिश रची थी। एक युवक को भी क्राइम ब्रांच ने हिरासत में लिया है।
---------
केन्द्रीय मंत्री ने ली थी पूरी जिम्मेदारी
किडनैपिंग की फोटो वायरल होने के बाद केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी एक वीडियो वायरल हुआ था। उन्होंने छात्रा के पिता से फोन पर बात कर छात्रों को सकुशल लाने का वायदा किया था। पूरी जिम्मेदारी खुद ली थी। इसके बाद राजस्थान के सीएम से भी उन्होंने इस संबंध में बात की थी। इसके बाद ही कोटा पुलिस एक्टिव हुई और मामले का पर्दाफाश कर दिया।