विंध्य से कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व विस अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते ने छोड़ी कांग्रेस, भाजपा में शामिल हुए

कांग्रेस से नाराज चल आ रहे सिद्धार्थ तिवारी ने सारी अटकलें पर विराम लगा दिया है। उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है। मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के हाथों उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। संभव है कि भाजपा उन्हें त्योंथर से विधानसभा उम्मीदवार बनाकर उतार सकती है।

विंध्य से कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व विस अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते ने छोड़ी कांग्रेस, भाजपा में शामिल हुए

भोपाल ।अमहिया से चलने वाली कांग्रेस अब खत्म होने की कगार पर है। कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले अमहिया से एक और परिवार टूट कर भाजपा में शामिल हो गया। सालों तक जिस व्यक्ति ने विंध्य में कांग्रेस के नेताओं की टिकट बांटी हो उसके पोते को ही पार्टी ने उम्मीदवार बनाने के लिए तरसाया। इसी का नतीजा रहा कि उन्होंने पार्टी से ही किनारा कर लिया। बात हो रही है सिद्धार्थ तिवारी राज की। सिद्धार्थ तिवारी राज नया नाम नहीं है। उन्हें सभी जानते हैं। सिद्धार्थ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी के पोते और विधायक रहे स्वर्गीय सुंदरलाल तिवारी के बेटे हैं। कांग्रेस ने उन्हें पिता के निधन के बाद लोकसभा उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा था। वह लोकसभा में जीत तो नहीं दिला पाए थे लेकिन अच्छी खासी वोट पाए थे। इस बार विधानसभा चुनाव 2023 में वह त्यौंथर से शुरू से ही तैयारी कर रहे थे। उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी विधानसभा चुनाव में उन्हें उम्मीदवार बनाकर उतारेगी। चुनाव के करीब आते ही पार्टी के नेताओं ने उनसे किनारा कर लिया। अंत समय में त्यौथर से हटाकर उन्हें गुढ़ की तरफ भेज दिया गया। ऐसा करते ही सिद्धार्थ तिवारी राज को समझते देर नहीं लगी कि उनका पत्ता कटने वाला है। पार्टी में विरोध के सुर फूटने लगे। राज के समर्थकों ने एक एक-एक करके इस्तीफा भी दिया। लेकिन पार्टी में इसका कोई असर नहीं हुआ। बाद में जब राज तिवारी के विरोध के सुर तेज हुए तो भोपाल के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें साधने की कोशिश की।  उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने तक शांत रहने के लिए कहा। आश्वासन मिलने के बाद सिद्धार्थ राज कुछ दिन तक शांत रहे। लेकिन जब लिस्ट जारी हुई तो उनका नाम ही काट दिया गया। दो बार चुनाव हारने वाले रमाशंकर पटेल को फिर से उम्मीदवार बना दिया गया। इसी से नाराज होकर अंततः सिद्धार्थ तिवारी राज ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया। उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के हाथों उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि भाजपा सिद्धार्थ तिवारी राज को हथियार बनाकर त्यौंथर से चुनाव में उतरेगी। सिद्धार्थ पार्टी के लिए रामबाण का काम करेंगे। त्यौंथर से भाजपा को एक चेहरे की तलाश थी जो सिद्धार्थ के आने से पूरी हो जाएगी। उन्हें कांग्रेस के साथ भाजपा और उनके दादा श्रीनिवास तिवारी के वोट भी मिलेंगे।